गाजियाबाद के इन इलाकों में प्लॉटिंग को लेकर चल रहा बड़ा खेल, किसके इशारे पर तेजी से विकसित हो रही अवैध कॉलोनियां?
गाजियाबाद में अवैध कॉलोनियों का जाल तेजी से फैल रहा है। सफेदपोश नेताओं के संरक्षण में चल रही इन कॉलोनियों में लोगों को सस्ते प्लॉट का झांसा देकर ठगा जा रहा है। अवैध कॉलोनाइजर माफिया मूलभूत सुविधाओं के नाम पर सिर्फ सड़क के लिए टायल और बिजली के लिए तार खींच देते हैं। प्रशासन भी इन अवैध कॉलोनियों पर लगाम लगाने में नाकाम रहा है।

शाहनवाज अली, गाजियाबाद। शहर के बाहरी और ग्रामीण इलाकों में अवैध कॉलोनियों तेजी के साथ विकसित हो रही हैं। इनको बनाने में सफेदपोश नेताओं का संरक्षण है। राजनीतिक दलों में अधिकांश सत्ताधारी पार्टी के नेता या करीबी कृषि भूमि पर अवैध कॉलोनी विकसित कर प्लॉट काट रहे हैं, जिन्हें दूरदराज के जिलों और बाहर से परिवार के साथ यहां आकर नौकरी या छोटा-मोटा धंधा करने वाले लोगों को सस्ते में प्लॉट का झांसा देकर अवैध कॉलोनियां काटी जा रही हैं।
अफसरों को दबाव या सेटिंग गेटिंग के तहत काम करा रहे हैं। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की ओर से अभी तक की कार्रवाई में कई सफेदपोश के नाम भी सामने आए हैं। पिछले करीब सवा एक माह में करीब 40 से अधिक अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई की गई। इनमें कई ऐसे लोग हैं, जो या तो सत्ताधारी पार्टी खुद को पदाधिकारी बताते हैं या फिर सत्ताधारी नेता का करीबी।
बखरवा मार्ग पर अवैध कॉलोनी के लिए लगाए गए बिजली के खंभे। जागरण
तीन दशक से एक दलाल के कब्जे में प्राधिकरण
मोदीनगर-मुरादनगर क्षेत्र में पिछले तीन दशक से एक बाहरी व्यक्ति के इशारे पर यहां एक के बाद एक दर्जनों अवैध कॉलोनियां विकसित हो गईं। तत्कालीन संबंधित अधिकारी से लेकर जेई और सुपरवाइजर तक कार्रवाई से बचते रहे।
प्राधिकरण में उसका सिक्का जमकर चला और उसके इशारे पर ही संबंधित क्षेत्र के अधिकारी तक कई-कई वर्षाें तक जमे रहे और जमकर अवैध कॉलोनियां काटी गई और अवैध निर्माण भी खूब हुए।
नेताओं के संरक्षण में अवैध कॉलोनियां
मोदीनगर क्षेत्र : अबुपुर रोड, फतेहपुर रोड, भोजपुर के निकट, बिसोखर, सीकरी कलां, कादराबाद, सौंदा, निवाड़ी रोड, सारा रोड, रोरी, मनोटा आदि।
मुरादनगर क्षेत्र : दुहाई, जलालपुर रोड, रावली रोड, पाइपलाइन मार्ग, जलालाबाद मार्ग आदि।
मकसद सुविधा देना नहीं बस पैसा कमाना
गाजियाबाद में अवैध कॉलोनियों का जाल बिछा है। अवैध कॉलोनाइजर माफिया लोगों के जीवन भर की कमाई हड़पकर मूलभूत सुविधाओं के नाम पर सिर्फ सड़क के लिए टायल और बिजली के लिए तार खींच देते हैं।
चलने और घर रोशन के करने के अलावा पानी और सीवर जैसी मूलभूत अन्य कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जाती। यहां प्लॉट खरीदकर प्राधिकरण के बुलडोजर का डर लोगों के मन में हमेशा बना रहता है।
फफराना रोड पर अवैध कॉलोनी के लिए लगाए गए बिजली के खंभे। जागरण
प्रशासनिक लापरवाही
प्रशासन भी इन अवैध कॉलोनियों पर लगाम लगाने में नाकाम रहा है। बताते हैं कि सत्ताधारी नेताओं और जनप्रतिनिधियों के नाम पर जमकर अवैध कॉलोनियों का मकड़जाल फैला।
दबाव के चलते प्राधिकरण के अधिकारी इन अवैध कॉलोनियों के खिलाफ कार्रवाई करने में ढिलाई बरतते रहे, जिसके चलते चलते अवैध कॉलोनी विकसित करने वाले कॉलोनाइजरों के हौसले बुलंद हैं।
इस संबंध में मोदीनगर विधायक डॉ. मंजू शिवाच और मुरादनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजीतपाल त्यागी से मोबाइल काल और वाटसअप मैसेज से वर्जन का प्रयास किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल सका।
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