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    गाजियाबाद में आज आधी रात से 5 अगस्त तक ट्रैफिक डायवर्जन लागू, मेरठ रोड पर नहीं चल सकेंगे भारी वाहन

    Updated: Sun, 21 Jul 2024 12:24 PM (IST)

    Kanwar Yatra के लिए रविवार आधी रात से डायवर्जन प्लान लागू हो गया है। शिवरात्रि पर होने वाला डायवर्जन सबसे बड़ा माना जाता है। रोजाना हजारों वाहन चालक इस डायवर्जन से प्रभावित होते हैं। मेरठ रोड पर भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी जाएगी। इससे मेरठ रोड पर रहने वाले लोगों को अगले कुछ दिन परेशानी उठानी पड़ेगी।

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    कांवड़ यात्रा के लिए गाजियाबाद में डायवर्जन प्लान लागू किया गया।

    कांवड़ यात्रा के चलते उद्योग और कारोबार भी प्रभावित होगा। कुछ दिन के लिए एक्सप्रेस वे पर भी वाहनों का आवागमन बाधित रहेगा। यातायात पुलिस ने डायवर्जन को देखते हुए विशेष तैयारी की है। यातायात व्यवस्था को लेकर एडीसीपी ट्रैफिक पीयूष कुमार सिंह से दैनिक जागरण के विनीत कुमार ने बातचीत की। पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश....

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    कांवड़ यात्रा के लिए डायवर्जन की क्या योजना है। किस तरह वाहन चालकों की सहूलियत का ध्यान रखा जाएगा।

    कांवड़ यात्रा के लिए रविवार आधी रात से डायवर्जन प्लान लागू हो गया है। शुरुआत भारी वाहनों से कर रहे हैं। भारी वाहनों का डायवर्जन रविवार आधी रात 12 बजे से पांच अगस्त की रात आठ बजे तक रहेगा।

    हल्के वाहनों के लिए डायवर्जन 27 जुलाई की आधी रात से पांच अगस्त तक लागू रहेगा। वाहन चालकों की सहूलियत के लिए समय-समय पर डायवर्जन की जानकारी इंटरनेट मीडिया, प्रिंट मीडिया और अन्य माध्यमों से नियमित रूप से दी जा रही है।

    डायवर्जन में आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई करने वाले हल्के एवं भारी मालवाहक वाहनों को किस तरह छूट रहेगी। उनके लिए क्या योजना है।

    डायवर्जन प्रभावित रास्तों पर आवश्यक वस्तुओं जैसे दूध, फल-सब्जी, दवा, खाने का सामान का परिवहन करने में कोई समस्या नहीं आएगी। पुलिस लाइन स्थित उनके कार्यालय में फार्म भरकर देना होगा। फार्म में वाहन की जानकारी, किस वस्तु का परिवहन किया जा रहा है, क्या समय रहेगा, संस्थान का नाम समेत अन्य जरूरी जानकारी भरकर जमा कर दें।

    विभाग का प्रयास है कि 24 घंटे में अनुमति जारी कर दी जाए। अति आवश्यक होने पर ट्रैफिक हेल्पलाइन नंबर 9643322904 पर व्हाट्सएप भी भेज सकते हैं, लेकिन उसके लिए फार्म लेना होगा। व्यापारिक और औद्योगिक संगठनों के साथ बैठक कर उन्हें फार्म उपलब्ध कराए गए हैं।

    दूसरे शहरों और राज्यों से आने वाले वाहन चालकों की सुविधा के लिए क्या उपाय किए गए हैं। उन्हें कैसे पता चलेगा कि किस रूट से किधर होना है।

    दूसरे राज्यों और पड़ोसी शहरों से आने वाले वाहन चालकों की सुविधा के लिए जनपद में होर्डिंग और बोर्ड लगाए जाएंगे। इन बोर्ड पर कांवड़ रूट और डायवर्जन से जुड़ी जानकारी होगी।

    ऐसे करीब एक हजार बोर्ड लगाए जा रहे हैं। चुनिंदा स्थानों पर बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगाई जा रही हैं। जैसे यूपी गेट बार्डर, मेरठ तिराहा, मोदीनगर आदि स्थानों पर स्क्रीन के जरिए रूट और डायवर्जन की जानकारी दी जाएगी।

    डायवर्जन के कारण एनएच-नौ और जीटी रोड समेत ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे पर वाहनों का दबाव बढ़ेगा। किस तरह यातायात व्यवस्थित करेंगे।

    डायवर्जन के चलते मेरठ मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन बंद होने से लाल कुआं, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के डासना इंटरचेंज, यूपी गेट बार्डर और ज्ञानी बार्डर सबसे महत्वपूर्ण स्थान वाहनों के दबाव के लिहाज से हो जाएंगे। इन स्थानों पर अतिरिक्त यातायातकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई हैं।

    वाहन चालकों को यातायातकर्मियों के निर्देशों का पालन कर गंतव्य की ओर रवाना होना चाहिए। वाहन चालकों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। कुछ समझने या समस्या होने पर हेल्पलाइन पर संपर्क किया जा सकता है।

    डायवर्जन अवधि में शहर की सड़कों पर भी यातायात सुचारू रहे इसके लिए क्या उपाय हैं। शहर से बाहर जाने वाले वाहन चालक किस तरह गंतव्य के लिए जाएं। इसके लिए क्या योजना है।

    शहर की अंदरूनी सड़कों पर यातायात प्रबंधन पूर्व की भांति रहेगा। जिन स्थानों पर वाहनों का डायवर्जन किया गया है वहां अतिरिक्त यातायातकर्मी तैनात रहेंगे।

    प्रमुख तिराहे और चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल के जरिए यातायात संचालित होगा। निगरानी के लिए यातायातकर्मी पूर्व की तरह ही तैनात रहेंगे। वाहन चालकों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी।

    हेल्पलाइन नंबर 

    • नगर नियंत्रण कक्ष - 9643208942
    • ग्रामीण नियंत्रण कक्ष - 8929436700
    • ट्रांस हिंडन नियंत्रण कक्ष - 9643204440
    • ट्रैफिक नियंत्रण कक्ष - 9643322904