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Dudheshwar Nath Mandir: जानें- 11 जुलाई से दूधेश्वरनाथ मंदिर कब खुलेगा-कितने बजे होगा बंद

Dudheshwar Nath Mandir 11 जुलाई से मंदिर के कपाट सुबह 530 बजे खुलेंगे और रात को 930 बजे तक बंद कर दिए जाएंगे। श्रवण मास छह जुलाई से प्रारंभ होकर तीन अगस्त तक रहेगा।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 12:33 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 12:33 PM (IST)
Dudheshwar Nath Mandir: जानें- 11 जुलाई से दूधेश्वरनाथ मंदिर कब खुलेगा-कितने बजे होगा बंद
Dudheshwar Nath Mandir: जानें- 11 जुलाई से दूधेश्वरनाथ मंदिर कब खुलेगा-कितने बजे होगा बंद

गाजियाबाद [दीपा शर्मा]। Dudheshwar Nath Mandir: दिल्ली ही एनसीआर के शहरों में भी प्रसिद्ध श्री दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर (Dudheshwar Nath Mandir) के कपाट खोलने और बंद करने का समय बदलेगा। शासन के आदेशानुसार आगामी 11 जुलाई से मंदिर को खोलने व बंद करने का समय बदल दिया जाएगा।

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श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर के महंत नारायण गिरि ने इस बाबत जानकारी दी है कि शासन के आदेश पर मंदिर के कपाट बंद करने और खोलने का समय बदला जा रहा है। अभी मंदिर दर्शनार्थ खोलने का समय सुबह छह बजे और बंद करने का समय आठ बजे है, लेकिन 11 जुलाई से मंदिर के कपाट सुबह 5:30 बजे खुलेंगे और रात को 9:30 बजे तक बंद कर दिए जाएंगे। श्रवण मास छह जुलाई से प्रारंभ होकर तीन अगस्त तक रहेगा।

महंत नारायण गिरि का कहना है इस साल कांवड़ मेला तो नहीं लगेगा, लेकिन रूद्राभिषेक और पूजा अर्चना के लिए मंदिर खुले रहने का समय बढ़ाया जा रहा है। इस दौरान मंदिर में कोरोना से बचाव के लिए पूरी सावधानी बरती जाएगी। मंदिर समिति की ओर से श्रद्धालुओं की कोरोना से सुरक्षा के लिए पूरी व्यवस्थाएं की गई हैं। 

जानिए- दूधेश्वरनाथ मंदिर के बारे में

  • मंदिर से जुड़े पुजारी और महंतों को मानना है कि श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर का इतिहास 5000 वर्ष पुराना है।
  • इस खूबी यह है कि मंदिर का मुख्य द्वार एक ही पत्थर को तराश कर बनाया गया है।
  • मंदिर के दरवाजे के मध्य में गणेश जी विद्यमान है जिन्हें इसी पत्थर को तराश कर बनाया गया है। लोगों का मानना है कि इस मंदिर को छत्रपति शिवाजी महाराज ने बनवाया था।
  •  मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां पर हर समय एक धूना जलती रहती है, जिसके बारे में कहा जात है कि यह कलयुग में महादेव के प्रकट होने के समय से ही जलती आ रही है। 
  • मंदिर के आंगन में औषधालय भी है, जिसका उद्देश्य आयुर्वेद से गरीबों का मुफ्त इलाज करना है।
  • यहां वेद विद्यापीठ भी है, जिसकी स्थापना श्री शंकराचार्य जयंती वर्ष 2002 में की गई थी। 

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