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    Second Hand Car खरीदने का शानदार मौका, कीमतों में आई भारी गिरावट; दिल्ली में एक्शन का असर

    दिल्ली में पुराने वाहनों पर कार्रवाई के बाद एनसीआर में कबाड़ हो चुकी गाड़ियों की मांग बढ़ी है जिससे इनके दाम काफी घट गए हैं। गाड़ियों के दाम में 30% तक की गिरावट आई है। ऐसे में सेकंड हैंड कार खरीदना चाह रहे लोगों के पास शानदार मौका है। दिल्ली के डीलर कम कीमत पर गाड़ियां बेच रहे हैं जिन्हें पंजाब बिहार जैसे राज्यों के लोग खरीद रहे हैं।

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Tiwari Updated: Thu, 03 Jul 2025 09:22 AM (IST)
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    एनसीआर के पुराने वाहनों की देश के अन्य हिस्सों में मांग बढ़ी।

    आशुतोष गुप्ता, साहिबाबाद। अपनी निर्धारित उम्र पूरी कर चुके वाहनों पर दिल्ली में कार्रवाई शुरू होने के बाद एनसीआर के वाहनों की कीमत देश भर में घट गई है। एनसीआर में कबाड़ हुए वाहनों की देशभर में मांग बढ़ गई है और यही कारण है कि ऐसे वाहनों की बिक्री में तेजी की आशंका को देखते हुए देश के विभिन्न राज्यों के वाहन बेचने व खरीदने वाले डीलर एनसीआर में सक्रिय हो गए हैं।

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    विभिन्न राज्यों के डीलर इस समय एनसीआर के स्थानीय कार सेल-परचेज करने वालों के संपर्क में आ गए हैं। विशेषज्ञ बता रहे हैं कि एनसीआर के कबाड़ हुए पेट्रोल वाहनों में 20 व डीजल वाहनों की कीमत में 30 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।

    बता दें कि दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2018 में 10 साल पुराने डीजल व 15 साल पुराने पेट्रोल के वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लगाया था। इसके बाद भी इस तरह के वाहन एनसीआर की सड़कों पर दौड रहे थे। अब दिल्ली में ऐसे वाहनों के खिलाफ एक जुलाई से कार्रवाई शुरू की गई है। इसके चलते निर्धारित उम्र पूरी कर चुके वाहन चालकों में हड़कंप की स्थिति है।

    डीजल वाहन की दक्षिण भारत व पेट्रोल वाहनों की अन्य राज्यों में मांग

    वाहनों की खरीद-फरोख्त करने वाले बताते हैं कि डीजल वाहनों जिनमें खासकर एसयूवी जैसे इनोवा, फारच्यूनर, स्कार्पियो व अन्य वाहन शामिल हैं, इनकी मांग दक्षिण भारत के राज्यों में अधिक है।

    एनसीआर में कबाड़ हो चुके ऐसे वाहन आंध्रपदेश, केरल, कर्नाटक तमिलनाडु, बैंगलुरु, गोवा, महाराष्ट्र में खरीदकर टैक्सी में चलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही छोटे डीजल व पेट्रोल वाहन बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बंगाल, पंजाब समेत अन्य राज्यों में खरीदकर चलाए जा रहे हैं। टैक्सी के साथ यह वाहन लोग अपने निजी इस्तेमाल में प्रयोग कर रहे हैं।

    दूसरे जिलों में करा रहे थे वाहन का पंजीकरण

    एनसीआर में एक्सपायर हो चुके वाहनों का उनके मालिक स्थानीय आरटीओ से एनओसी लेकर दूसरे जिलों में पंजीकरण करा रहे थे। दूसरे जिलों से नया नंबर लेकर इन वाहनों को दिल्ली एनसीआर में चला रहे थे। लेकिन अब इस प्रकार के वाहन भी एनसीआर में नहीं चलेंगे। इन वाहनों पर भी संबंधित विभाग कार्रवाई कर रहे हैं।

    यूपी एनसीआर में तीन साल में मियाद पूरी कर एनओसी लेकर बाहर गए वाहनों की स्थिति

    • गाजियाबाद : 78321
    • हापुड़ : 6375
    • गौतमबुद्धनगर : 28282

    हरियाणा एनसीआर में 35 से 40 प्रतिशत तक गिरे पुराने वाहनों के दाम

    हरियाणा में भी मियाद पूरी कर चुके वाहनों के कीमतें 35 से 40 प्रतिशत तक गिर गई हैं। फरीदाबाद की तुलना में गुरुग्राम में निर्धारित आयु पूरी करने वाले वाहनों की संख्या अधिक है। वहीं सोनीपत में 30 हजार वाहनों की मियाद पूरी हो चुकी है। इसके साथ ही कुरुक्षेत्र, कैथल, अंबाला, यमुनानगर के साथ चंडीगढ़ और पंजाब के डीलर व अन्य ग्राहक पुराने वाहनों को खरीदने के लिए हरियाणा एनसीआर के डीलरों से संपर्क कर रहे हैं।

    दिल्ली में औने-पौने दामों पर कारें निकाल रहे हैं डीलर्स

    अवधि पूरी कर चुके वाहनों को पेट्रोल पंपों पर ईंधन न मिलने व धरपकड़ से दूसरे राज्यों में इन वाहनों की कीमत 50 प्रतिशत तक गिर गई है। डीलर्स वाहनों को औने-पौने दाम में निकाल रहे हैं। आल इंडिया कार डीलर्स एसोसिएशन (एआइसीडीए) ने इस मामले में केंद्र व दिल्ली सरकार से नीति बनाने की मांग की है।

    सेकेंड हैंड कारों के कारोबार के मामले में दिल्ली देश का प्रमुख बाजार है। इसके बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है। मामले से जानकारों के अनुसार, प्रत्येक वर्ष 50 हजार से अधिक लग्जरी से लेकर किफायती कारें बिकने के लिए पूरे देश में जाती है।

    दिल्ली में पुराने वाहनों पर प्रतिबंध और इनके खिलाफ कार्रवाई से पुराने व नये वाहनों की बिक्री में तेजी आने का अनुमान है। इस अनुमान के कारण ही एनसीआर में प्रतिबंधित हुए वाहनों की कीमत में गिरावट आई है। पहले जो वाहन एक लाख रुपये तक में बिक जाता था, उसकी कीमत अब बाहरी राज्यों के डीलर 70 हजार रुपये तक लगा रहे हैं। - वैभव सिंघल, कारोबारी, ऑटो मोबाइल्स

    पंजाब, केरल, तमिलनाडु, बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्य इसके प्रमुख खरीदार है। जबकि, करोलबाग, प्रीतविहार, पीतमपुरा समेत अन्य स्थानों पर करीब एक हजार से अधिक कार डीलर्स हैं, जो सेकेंड हैंड कारों का कारोबार करते हैं।

    ऐसी कारों का कारोबार करने वाले डीलर्स के अनुसार, जब से दिल्ली में अवधि पूरी कर चुके वाहनों पर कार्रवाई शुरू हुई है तब से तब से दूसरे राज्यों में दिल्ली के सेकेंड हैंड कारों के दाम में गिरावट देखी जा रही है। प्रीत विहार कार डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश चौधरी के अनुसार, दूसरे राज्यों के डीलर्स दिल्ली वालों की मजबूरी समझ चुके हैं। इसलिए औने-पौने दाम मिल रहे हैं।

    अवधि पूरी कर चुके वाहनों को नहीं मिल रही एनओसी

    दिल्ली के कार डीलर्स का आरोप है कि पहले अवधि पूरी कर चुके वाहनों को दूसरे राज्यों में बेचने के लिए परिवहन विभाग से एनओसी मिल जा रही थी। अब उसमें भी परेशानी आ रही है। अधिकतर मामलों में परिवहन विभाग द्वारा इंकार कर दिया जा रहा है।

    निर्धारित समय-सीमा तय कर चुके वाहनों को खरीदने के लिए दूसरे राज्यों के लोग संपर्क कर रहे हैं। ऐसे वाहनों पर कार्रवाई से इनकी बिक्री बढ़ने की संभावना है। ऐसे में इन वाहनों के दामों में काफी गिरावट आई है। पेट्रोल के वाहनों में 20 और डीजल वाहनों में 30 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।

    - रोमिल ओबेराय, कारोबारी, कार सेल-परचेज