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    साहिबाबाद में पीपीपी मोड में बनेगा बस अड्डा, यात्रियों को खाने से लेकर आराम करने तक मिलेंगी कई सुविधाएं

    Updated: Thu, 19 Jun 2025 04:50 PM (IST)

    साहिबाबाद बस अड्डा अब पीपीपी मोड में बनेगा जिसके लिए 161 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित है। 43 हजार वर्ग मीटर में फैले इस अड्डे को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। यूपीएसआरटीसी ने मैसर्स आनंद हैबिटेट के साथ समझौता किया है। यात्रियों को हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं मिलेंगी। दो साल में निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद है।

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    161 करोड़ से 43 हजार वर्ग मीटर में विकसित होगा साहिबाबाद बस अड्डा। जागरण

    राहुल कुमार, साहिबाबाद। रीजन का गाजियाबाद व कौशांबी बस अड्डे के साथ अब साहिबाबाद बस अड्डा भी पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड में बनाया जाएगा। इस पर मुख्यालय से अंतिम मोहर लग गई है।

    साहिबाबाद बस अड्डे को 161 करोड़ की लागत से 43 हजार वर्ग मीटर में आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा। जिस तरह की सुविधाएं हवाई अड्डे पर मिलती हैं यहां पहुंचने वाले यात्रियों को भी इसी तरह की सुविधाएं मिलेंगी।

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    साहिबाबाद बस अड्डे को पीपीपी मोड पर विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) का मैसर्स आनंद हैबिटेट नाम की फर्म से करार हुआ है। इस पर अंतिम मोहर लगने के बाद फर्म ने साहिबाबाद डिपो की वर्कशाप में अपना कार्यालय बनाने का कार्य भी शुरू कर दिया है।

    दरअसल साहिबाबाद बस अड्डे की करीब 15,000 वर्ग मीटर व वर्कशाप की जमीन 28,000 वर्ग मीटर है। दोनों को मिलाकर कुल 43,000 वर्ग मीटर में अड्डे को विकसित किया जाएगा। क्षेत्रफल के हिसाब से कौशांबी बस अड्डे के बाद यह गाजियाबाद रीजन का सबसे बड़ा बस अड्डा होगा।

    अधिकारियों का कहना है कि पीपीपी मोड में विकसित होने से यहां पहुंचने वाले यात्रियों को खाने से लेकर आराम करने तक के लिए बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। यात्रियों के लिए वातानुकूलित कक्ष बनाए जाएंगे। करीब दो वर्ष में कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

    मुख्यालय को भेजी योजना, नक्शा पास होने के बाद कार्य होगा शुरू

    बस अड्डे को विकसित करने के लिए फर्म ने पूरी योजना बनाकर यूपीएसआरसीटी को भेज दी है। यहां से अंतिम मुहर लगने के बाद फर्म नक्शा पास कराएगी। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए ज्यादातर दस्तावेज तैयार कर लिए गए हैं।

    90 वर्ष के लिए लीज पर दिया गया

    साहिबाबाद डिपो को पीपीपी मोड पर विकसित करने वाली कंपनी को 90 वर्ष के लिए लीज पर दिया गया है। यहां पर तमाम व्यवसायिक गतिविधियां संचालित होंगी।

    यात्रियों की सुविधा के अनुसार विभिन्न प्रकार की दुकानें खोली जाएंगी। इससे यहां पहुंचने वाले यात्रियों को जरूरत का कोई भी सामान खरीदने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

    जमीन न मिलने से कौशांबी डिपो का कार्य अटका

    गाजियाबाद अड्डे का निर्माण 61 करोड़ की लागत से ओमेक्स प्राइवेट लिमिटेड पीपीपी मोड पर कर रही है। यहां का करीब 10 से 15 प्रतिशत के बीच कार्य कर लिया गया है।

    वहीं, कौशांबी डिपो को भी इसी फर्म को 266 करोड़ से विकसित करना है, लेकिन यहां की बसों के संचालन के लिए जमीन नहीं मिलने से कंपनी कार्य शुरू नहीं कर पा रही है। इससे कौशांबी डिपो का कार्य अटका हुआ है।

    नंबर गेम

    • साहिबाबाद बस अड्डे का निर्माण 161 करोड़
    • कौशांबी बस अड्डे का निर्माण 266 करोड़
    • गाजियाबाद बस अड्डे का निर्माण 61 करोड़

    साहिबाबाद बस अड्डे का निर्माण पीपीपी मोड पर करने के लिए मैसर्स आनंद हैबिटेट से करार हुआ है। करीब 161 करोड़ की लागत से 43 हजार वर्ग मीटर में बस अड्डे को आधुनिक सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा।

    केसरी नंदन चौधरी, क्षेत्रीय प्रबंधक गाजियाबाद रीजन, यूपीएसआरटीसी।