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    PM मोदी के भाई ने गाजियाबाद में कराई डायलिसिस, दोनों किडनी है संक्रमित

    By Shahnawaz AliEdited By: Shyamji Tiwari
    Updated: Thu, 27 Jul 2023 09:02 PM (IST)

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छोटे भाई प्रहलाद मोदी ने बृहस्पतिवार को गाजियाबाद पहुंचकर संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में डायलिसिस कराई है। बत ...और पढ़ें

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    PM मोदी के भाई ने गाजियाबाद में कराई डायलिसिस

    गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छोटे भाई प्रहलाद मोदी ने बृहस्पतिवार को गाजियाबाद पहुंचकर संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में डायलिसिस कराई है। प्रहलाद मोदी बुधवार को अहमदाबाद से गाजियाबाद स्थित प्रताप विहार में अपने एक मित्र के घर पहुंचे थे।

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    दोनों किडनी संक्रमित है

    सीएमओ डा.भवतोष शंखधर ने बताया कि जनवरी 2023 से उन्हें सप्ताह में दो बार (सोमवार और बृहस्पतिवार को) डायलिसिस की जरूरत पड़ती है। उनकी दोनों किडनी संक्रमित हैं। प्रहलाद मोदी ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि वह प्रताप विहार में अपने मित्र के यहां अक्सर आते हैं।

    दो दिन होती है डायलिसिस

    रूटीन में उनकी डायलिसिस सोमवार और बृहस्पतिवार को होती है। बुधवार को वह गाजियाबाद अपने मित्र के यहां आए थे। संयोग से बृहस्पतिवार को उनकी डायलिसिस होनी थी। उनकी प्राथमिकता रहती है कि डायलिसिस किसी सरकारी चिकित्सालय में ही कराएं। गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश के सरकारी चिकित्सालय में यह सुविधा आसानी से मिल गई।

    इसी शिफ्ट में उनके साथ मोरटा के राहुल और अर्थला के सुशील की भी डायलिसिस हुई। डायलिसिस एक बजे तक चली। बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे प्रहलाद मोदी बिना पुलिस सुरक्षा के डायलिसिस के लिए प्रताप विहार से संयुक्त जिला चिकित्सालय पहुंचे। सीएमएस डा. विनोद चंद पांडेय, जिला एमएमजी चिकित्सालय के सीएमएस डा. मनोज चतुर्वेदी, डा. रोली बंसल, विधायक प्रतिनिधि राजेंद्र मित्तल उपस्थित रहे।

    चार साल से चल रहा है सेंटर

    संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में पीपीपी माडल पर किडनी की बीमारी से पीड़ित रोगियों के लिए निश्शुल्क डायलिसिस की सुविधा पिछले चार साल से उपलब्ध है। प्रतिदिन 60 रोगियों की डायलिसिस होती है। एक महीने पहले तक केवल 45 रोगियों को सुविधा मिलती थी।

    अब पांच नई मशीन मिलने से एक शिफ्ट में 20 मरीजों को यह सुविधा मिलने लगी है। एक शिफ्ट में चार से पांच घंटे तक डायलिसिस की जाती है। रोज 20 से 50 रोगी प्रतीक्षा में रहते हैं। पहले पंजीकरण के आधार पर ही स्लाट बुक किया जाता है।