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PFI Terror Funding: पीएफआई संगठन से जुड़े 12 लोग गाजियाबाद से गिरफ्तार, जांच में जुटी NIA की टीम

PFI terror Funding एटीएस एनआईए की टीम ने इनपुट के आधार पर यूपी के गाजियाबाद से 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों का संबंध पीएफआई संगठन से बताया जा रहा है। अभी तक पीएफआई के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सरगना परवेज का कोई पता नहीं चला है।

By Anil TyagiEdited By: Abhishek TiwariPublished: Tue, 27 Sep 2022 12:07 PM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2022 12:07 PM (IST)
PFI Terror Funding: पीएफआई संगठन से जुड़े 12 लोग गाजियाबाद से गिरफ्तार, जांच में जुटी NIA की टीम
PFI Anti Terror Funding: पीएफआई संगठन से जुड़े 12 लोग गाजियाबाद से गिरफ्तार

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। एटीएस, एनआईए की टीम ने मोदीनगर थाने की पुलिस के साथ मंगलवार तड़के कलछीना गांव में फिर छापेमारी की। इस दौरान 12 लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सभी को फिलहाल मोदीनगर थाने पर रखा गया है। उनसे पूछताछ चल रही है। हिरासत में लिए गए। 12 लोगों में से एक यूट्यूबर हसन अली भी है।

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यूट्यूब पर डाली गई वीडियो की हो रही जांच

वह कलछीना टाइम्स के नाम से अपना एक समाचार पत्र भी निकालता है। एटीएस व एनआईए की टीम हसन अली के समाचार पत्र और यूट्यूब पर डाली गई वीडियो की छानबीन कर रही है। हसन अली के साथ साथ हिरासत में लिए गए सभी लोगों से उनके बैंक खातों की डिटेल व उनकी आर्थिक स्थिति की भी अधिकारी जानकारी जुटा रहे हैं।

NIA व ATS को फंडिंग का मिला इनपुट

एनआईए व एटीएस की टीम को इनपुट मिला है कि इन सभी लोगों को फंडिंग हो रही थी। यह लोग धर्म विशेष के खिलाफ माहौल बनाने और संगठन को मजबूत करके कोई बड़ी साजिश रचने वाले थे। सभी से अलग अलग करके पूछताछ हो रही है। हालांकि, फिलहाल इस मामले पर कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है।

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ध्यान रहे कि पिछले सप्ताह भी एटीएस की टीम व पुलिस ने कलछीना में छापेमारी की थी। वह पीएफआई के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सरगना परवेज को गिरफ्तार करने के लिए आई थी। इस दौरान भीड़ एकत्र हो गई और हंगामे की स्थिति के बीच परवेज मौका पाकर फरार हो गया।

खास बात यह है कि इस बार भोजपुर पुलिस को इस पूरे मामले से अलग रखा गया है। जबकि, कलछीना गांव भोजपुर थाने के अंतर्गत आता है। अधिकारियों को इनपुट मिला है कि परवेज को छापेमारी की पूर्व सूचना मिल गई थी। इसमें भोजपुर थाने के किसी पुलिसकर्मी की भूमिका है। विभागीय स्तर पर भी इसकी जांच शुरू कर दी गई है।

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परवेज को भगाने में गांव के जिन लोगों का सहयोग रहा है। इस बार एनआईए व एटीएस की टीम ने उनको भी टारगेट किया है। इस बारे में सीओ सुनील कुमार सिंह का कहना है कि अभी परवेज का कोई पता नहीं चला है। उसकी तलाश में एनआईए, एटीएस के साथ-साथ पुलिस भी दबिश दे रही है।

फिलहाल जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद ही सही स्थिति सामने आएगी। पिछले सप्ताह दी गई दबिश में एनआईए की टीम शामिल नहीं थी।


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