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    जिसकी हत्या में चार लोग भेजे गए जेल, वह पाकिस्तान की जेल में बंद; रहस्यमयी है भगोड़े तेजबीर की कहानी

    By Hasin Shahjama Edited By: Rajesh Kumar
    Updated: Wed, 26 Feb 2025 09:37 PM (IST)

    तेजबीर की हत्या के आरोप में चार लोगों को जेल भेजा गया था लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि वह पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद है। यह रहस्यमयी कहानी है तेजबीर की जिसने सबको हैरान कर दिया है। जानिए कैसे तेजबीर पाकिस्तान पहुंचा और अब उसके साथ क्या हो रहा है। डिडौली गांव के जंगल में 12 अगस्त 2022 को 25 वर्षीय युवक का शव मिला था।

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    हत्या के आरोप से लेकर पाकिस्तानी जेल तक तेजबीर की रहस्यमयी कहानी। जागरण

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। दावा किया जा रहा है कि मुरादनगर थाना क्षेत्र के नेकपुर गांव का तेजबीर जिसकी हत्या के आरोप में ढाई साल पहले चार लोगों को जेल भेजा गया था, वह पाकिस्तान के लाहौर की सेंट्रल जेल में बंद है।

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    हत्या के आरोपी लोगों को आरटीआई के जरिए यह जानकारी मिली। पता चला कि तेजबीर पाकिस्तान की सेंट्रल जेल में बंद है।

    इस मामले में 21 जनवरी 2025 को दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय के विदेश मामलात प्रभाग ने प्रदेश के अपर गृह सचिव को पत्र भेजा है। यह पता नहीं चल सका कि तेजबीर पाकिस्तान कैसे पहुंचा।

    2022 में हुआ था हादसा

    गाजियाबाद के मुरादनगर थाना क्षेत्र के डिडौली गांव के जंगल में नाले के पास खेत में 12 अगस्त 2022 को 25 वर्षीय युवक का शव मिला था। शव की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने लावारिस मानकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।

    मुरादनगर क्षेत्र के नेकपुर गांव के तेजपाल ने कपड़ों के आधार पर युवक की पहचान अपने बेटे तेजबीर उर्फ ​​जॉनी के रूप में की थी।

    लैब रिपोर्ट में नहीं हुआ सैंपल का मिलान

    उन्होंने डेयरी संचालक गौरव त्यागी, बिट्टू उर्फ ​​प्रदीप निवासी गांव चमरावल, सतीश उर्फ ​​लीलू व सतेंद्र उर्फ ​​पप्पू निवासी गांव नेकपुर पर तेजबीर की हत्या का आरोप लगाते हुए मुरादनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।

    मामले की जांच बागपत के चांदीनगर थाने को सौंपी गई थी। पुलिस ने तेजबीर व उसके पिता व भाई के डीएनए सैंपल गाजियाबाद स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजे थे। लैब रिपोर्ट में सैंपल का मिलान नहीं हुआ।

    तेजबीर के घर खुफिया विभाग की टीम

    दो साल बाद आरोपी जमानत पर जेल से रिहा हुआ था। आरोपी डेयरी संचालक गौरव ने दैनिक जागरण को बताया कि तेजबीर के घर खुफिया विभाग की टीम आई थी। इसके बाद उसे पता चला कि तेजबीर पाकिस्तान की जेल में है।

    उसने इस संबंध में आरटीआइ मांगी। इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने पुष्टि की कि इस नाम का युवक लाहौर जेल में है। उसने इस संबंध में पुलिस से दोबारा जांच की मांग की, लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी।

    इस संबंध में तेजबीर के पिता तेजपाल का कहना है कि अगर उसका बेटा जिंदा है तो उसे वापस लाया जाए।

    पाकिस्तान की जेल में डीएनए टेस्ट

    पाकिस्तान की जेल में बंद कैदियों और उनका डीएनए टेस्ट कराया जाए। पहले जो डीएनए कराया गया था, वह भी मिलीभगत से कराया गया था। पुलिस अलग-अलग जगहों से उसके पास आती है और उसे परेशान किया जा रहा है।

    33 भारतीयों की सूची में तेजबीर का नाम शामिल 

    खुफिया सूत्रों के अनुसार, 21 जनवरी 2025 को दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय के विदेश मामलात प्रभाग ने राज्य के अतिरिक्त गृह सचिव को एक पत्र भेजा है।

    दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय के विदेश मामलात प्रभाग को पाकिस्तानी जेलों में बंद 33 भारतीयों के नाम व पते की सूची मिली थी।

    इनमें 28 मछुआरे व सीमा या अन्य रास्तों से पाकिस्तान पहुंचे लोग शामिल थे। इनमें तेजबीर का नाम भी शामिल है। तेजबीर को जून 2023 में पाकिस्तान के इस्लामगढ़ थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

    कुछ दिन उसे रहीमयार खां जेल में रखा गया था। बाद में उसे लाहौर सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। 16 दिसंबर 2024 को पाकिस्तानी जेल में काउंसलर ने उससे पूछताछ की थी।

    पूछताछ के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई थी। इसके बाद यह रिपोर्ट भारत सरकार के गृह मामलात प्रभाग को भेजी गई थी।

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