इंदौर की तर्ज पर गाजियाबाद में संडे होगा सेल्फ सैनिटेशन डे, रविवार को कर्मचारी मनाएंगे छुट्टी, लोग करेंगे सफाई
अधिकारियों का कहना है कि इंदौर अपने नागरिकों की वजह से स्वच्छता में अव्वल आता है।कोई भी खुले में कूड़ा नहीं डालता।घरों में गीले और सूखे कूड़े के साथ बायो और हैजार्ड्स वेस्ट भी अलग-अलग रखा जाता है।लोग एक दिन खुद सफाई करेंगे तो उन्हें स्वच्छता के महत्व पता चलेगा।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। अब रविवार के दिन आपके इलाके में सफाई कर्मचारी नहीं आएंगे। घर के साथ बाहर की सफाई भी आपको खुद ही करनी होगी। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर से प्रेरणा लेकर नगर निगम दिसंबर से यह योजना शहर में शुरू करने जा रहा है। इसके तहत रविवार को सेल्फ सैनिटेशन डे घोषित किया जाएगा। संडे को सफाई कर्मिचारी अपने परिवार के साथ छुट्टी मनाएंगे और छुट्टी वाले दिन लोग अपने घर के साथ घर के बाहर सड़क या गली की भी सफाई करेंगे। हालांकि, इस योजना को धरातल पर उतारना चुनौती होगी।
क्यों जरूरी, क्या होगा प्रभाव
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसे वसुंधरा के एक वार्ड से शुरू किया जाएगा। नगर निगम ने 25 लोगों की टीम बनाई है, जो पहले इस वार्ड में जाकर लोगों से बात करेगी और उन्हें इस योजना के बारे में बताने के साथ ही शहर की स्वच्छता पर इस योजना के सकारात्मक परिणामों के बारे में बताया जाएगा। दिसंबर से यह योजना शुरू होगी और अगले तीन माह में नगर निगम के सभी 100 वार्डों में लागू करने का दावा किया जा रहा है।
खुले में नहीं डालता कोई कूड़ा
अधिकारियों का कहना है कि इंदौर अपने नागरिकों की वजह से स्वच्छता में अव्वल आता है। वहां कोई भी खुले में कूड़ा नहीं डालता। घरों में गीले और सूखे कूड़े के साथ बायो और हैजार्ड्स वेस्ट भी अलग-अलग रखा जाता है। लोग एक दिन खुद सफाई करेंगे तो उन्हें स्वच्छता के महत्व, कर्मचारियों की मेहनत के साथ इसका भी एहसास होगा कि वे थोड़ा सा सजग हों। इससे सार्वजनिक स्थान गंदा होगा ही नहीं। अभी सफाईकर्मियों को रोटेशन के आधार पर साप्ताहिक अवकाश दिया जाता है। इस योजना के बाद सभी कर्मचारी छह दिन काम करेंगे और रविवार को छुट्टी पर रहेंगे। साप्ताहिक अवकाश खत्म होने से रोजाना काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या में 16-20 प्रतिशत का इजाफा होगा।
योजना को बनाएंगे सफल
आरडब्ल्यूए, एओए, एनजीओ और सिविल डिफेंस के साथ मिलकर इस योजना को सफल बनाएंगे। सफाई करने वालों को प्रशस्ति-पत्र देंगे।
डा. नितिन गौड़, नगर आयुक्त।