Exclusive: बच्चों के टीकाकरण में भारी लापरवाही, गाजियाबाद सहित 55 जिलों में नौनिहालों की सुरक्षा पर मंडराया खतरा
गाजियाबाद में बच्चों के टीकाकरण में लापरवाही सामने आई है। टीकों को सुरक्षित रखने के लिए ज़रूरी आइस पैक कई टीकाकरण केंद्रों पर नहीं मिले जिससे वैक्सीन की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है। शासन ने गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर समेत 55 जिलों के अधिकारियों को कार्रवाई के आदेश दिए हैं। आइस पैक की कमी से वैक्सीन के असर पर आशंका जताई जा रही है।

जागरण संवाददाता ,गाजियाबाद। नौनिहालों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। जानलेवा बीमारियों से बचाव को लेकर लगाए जाने वाले टीकों के लिए अनिवार्य रूप से वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए भेजे गए आइस पैक टीकाकरण सत्रों पर नहीं मिल रहे हैं।
शासन स्तर से हाल ही में कराई गई इसकी मॉनिटरिंग में पर्दाफाश हुआ है कि गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर समेत प्रदेश के 55 जिलों में कुछ टीकाकरण सत्रों पर कंडीशन्ड आइस पैक नहीं पाए गए। ऐसे में वैक्सीन की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है और जिन बच्चों को वैक्सीन लगाई गई है उसके प्रभाव को लेकर भी तरह-तरह की आशंकाएं व्यक्त की जा रही है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सख्त आदेश जारी
शासन स्तर से 55 जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को सख्त आदेश जारी करते हुए संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों के अलावा चिकित्साधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए शासन को अवगत कराने के निर्देश दिए गए हैं। केवल छह जनपदों के शत प्रतिशत टीकाकरण सत्रों पर कंडीशन्ड आइस पैक उपलब्ध पाए गए हैं। इनमें वाराणसी, हापुड़, कासगंज, कन्नौज, चित्रकूट एवं चंदौली शामिल हैं।
14 जिलों के 30 प्रतिशत टीकाकरण सत्रों पर आइस पैक नहीं मिले हैं। इनमें बस्ती, मुजफ्फरनगर, फर्रुखाबाद, अंबेडकर नगर, गोंडा, भदोही, मिर्जापुर, अमेठी, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बांदा, बागपत, बिजनौर एवं कुशीनगर शामिल हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है।
उनके आदेश के अनुसार नौ से 15 अप्रैल 2025 के बीच प्रदेश के समस्त जनपदों में 3319 टीकाकरण सत्रों पर आइस पैक की कंडीशनिंग की सघन मॉनिटरिंग कराई गई। 55 जिलों के कुल 592 (18%) सत्रों पर कंडीशन्ड आइस पैक नहीं पाये गये।
29 प्रतिशत सत्रों पर नहीं आइस पैक
55 जनपदों में एक से 29 प्रतिशत सत्रों पर आइस पैक नहीं पाए गए। पत्र में लिखा है कि राज्य स्तरीय समीक्षा बैठकों में लगातार अवगत कराया गया है कि टीकाकरण सत्रों पर उपलब्ध कराए जा रहे वैक्सीन कैरियर में वैक्सीन का तापमान 2 से 8 डिग्री सेल्सियस बनाए रखने के लिये भेजे जा रहे आइस पैक कंडीशनिंग एक महत्वपूर्ण घटक है।
कंडीशनिंग के अभाव में (जमे हुये आइस पैक के कारण) वैक्सीन के खराब होने एवं टीकाकरण के बाद की प्रतिकूल घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इतनी बड़ी संख्या में सत्रों पर आइस पैक का कंडिशन्ड न पाया जाना टीकाकरण कार्य के प्रति उदासीनता का द्योतक है।
उपरोक्त के क्रम में निर्देशित किया जाता है कि भविष्य में टीकाकरण सत्रों पर वैक्सीन को केवल कंडीशन्ड आइस पैक के साथ ही भेजा जाए। साथ ही, ऐसी पुनरावृत्ति से बचने के लिये जनपद के चिन्हित टीकाकरण सत्र स्थलों, जहां कंडीशन्ड आइस पैक उपलब्ध नहीं कराए गये हैं, उनके लिये उत्तरदायी ब्लाक व शहरी क्षेत्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी एवं कोल्ड चेन हैंडलर के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही करते हुये शासन को अवगत कराना सुनिश्चित किया जाये।
गाजियाबाद के इन सत्रों पर नहीं मिले कंडीशन्ड आइस पैक
राजपुर लोनी,यूपीएचसी राजीव गार्डन के सरस्वती विहार, बीएलएस क्षेत्र में विवेकानंद नगर, दौलतपुरा,लोनी में तिलकराम कालोनी, लोनी में राजीव गार्डन
गौतमबुद्ध नगर के इन सत्रों पर नहीं मिले कंडीशन्ड आइस पैक
दनकौर क्षेत्र में कासना एक और कासना तीन के अलावा तुगलपुर
एनएचएम निदेशक का पत्र मिला है। संबंधित सत्र के प्रभारी एवं स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। निर्देश दिए गए हैं कि कंडीशन्ड आईस पैक के बिना टीकाकरण करते हुए जो पाया गया उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ. अखिलेश मोहन, सीएमओ
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