Ghaziabad News: घर से संगठन चला रहा था यूएलसीटी कमांडर, डेढ़ साल से था सक्रिय
प्रशांत झा किराये पर नहीं बल्कि खुद के तीन कमरों के फ्लैट में रहता था।उसके साथ पत्नी व 12 साल की बेटी रहती थी।वह लोगों से खुद को विदेश के संगठन से जुड़ा होना बताता था।कहता था कि संगठन की ओर से जरूरतमंदों की समस्याओं को आनलाइन समाधान करता है।

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। युवाओं में देश विरोधी मानसिकता पैदा करने वाला यूनिवर्सल ला कम्युनिटी ट्रस्ट (यूएलसीटी) का दिल्ली-एनसीआर कमांडर प्रशांत झा गाजियाबाद में वसुंधरा स्थित घर से ही संगठन चला रहा था। संगठन के सदस्यों की घर से ही आनलाइन मीटिंग लेता था। अधिक-से-अधिक लोगों को संगठन से जोड़ने के लिए मैसेंजर एप टेलीग्राम पर ग्रुप बना रखा था। उसके माध्यम से लोगों से जुड़कर उन्हें बरगलाता था। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। जांच में पता चला कि इसका नाम प्रकाश झा के बजाय प्रशांत झा है।
घर से कम निकलता था प्रशांत झा
वह यहां किराये पर नहीं, बल्कि खुद के तीन कमरों के फ्लैट में रहता था। उसके साथ पत्नी व 12 साल की बेटी रहती थी। वह लोगों से खुद को विदेश के संगठन से जुड़ा होना बताता था। कहता था कि संगठन की ओर से जरूरतमंदों की समस्याओं को आनलाइन समाधान करता है। ज्यादातर समय वह घर पर ही रहता था। बहुत कम घर से निकलता था। आसपास के लोगों से ज्यादा मतलब नहीं रखता था।
कार से हुआ है फरार
जांच में आया है कि प्रशांत झा के पास तीन कार और स्कूटी थी। तीनों कारों में उसने रजिस्ट्रेशन नंबर की जगह यूएलसीटी 1529 लिखा था। वह एक कार और स्कूटी लेकर परिवार के साथ फरार हुआ है। पुलिस ने दो कारें जब्त की हैं। दोनों कारें उसी के नाम से पंजीकृत हैं। पते अलग-अलग हैं।
यह है पूरा मामला
30 अक्टूबर को हरियाणा के सोनीपत के मुरथल टोल पर यूएलसीटी नंबर प्लेट लगी चार कारों पर सवार 10 युवकों ने हंगामा किया था। 31 अक्टूबर को सभी गिरफ्तार हुए थे। उनसे पूछताछ में पता चला था कि वह सभी यूएलसीटी के सदस्य हैं। प्रशांत झा दिल्ली-एनसीआर का कमांडर है। गाजियाबाद व हरियाणा पुलिस इस मामले की छानबीन कर रही है। यूएलसीटी के सदस्य युवाओं को देशद्रोही बना रहे हैं। इस संगठन को ग्रीस में बैठकर चलाया जा रहा है। भारत को छह भागों में बांटकर संगठन के लोगों को एडमिन बनाया गया है। संगठन को चलाने वाले भारत के कानून को स्वीकार नहीं करने के पक्ष में लोगों को जोड़ रहे हैं। पुलिस को 500 से ज्यादा युवाओं के इस संगठन से जुड़ने की जानकारी मिली है।

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