Ghaziabad News: नहर में कूदी महिला को बचाने के लिए कूदा ट्रैफिक पुलिस कॉन्स्टेबल डूबा, हुई मौत
कौशांबी से एक दर्दनाक घटना सामने आई है जहां नहर में कूदी एक महिला को डूबने से बचाने के प्रयास में एक ट्रैफिक पुलिस कॉन्स्टेबल की जान चली गई। पारिवारिक विवाद के बाद महिला ने नहर में छलांग लगा दी थी। कॉन्स्टेबल अंकित तोमर और टीएसआई धर्मेंद्र ने उसे बचाने के लिए पानी में छलांग लगाई। महिला और टीएसआई को बचा लिया गया लेकिन अंकित गहरे पानी में डूब गए।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। कौशांबी थाना क्षेत्र के वैशाली सेक्टर पांच में हिंडन नहर में शनिवार को घरेलू विवाद के बाद नहर में कूदी महिला को बचाने यातायात उपनिरीक्षक और कॉन्स्टेबल कूद गए। महिला और यातायात उपनिरीक्षक सकुशल बच गए। कॉन्स्टेबल गहरे पानी में चले गए।
अग्निशमन कर्मियों व निजी गोताखोरों ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कांस्टेबल को पानी से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने स्वजन को सूचना दी और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घर में 10 हजार रुपये हुए थे चोरी
पुलिस के मुताबिक, वैशाली सेक्टर दो की झुग्गी में आरती और आदित्य परिवार के साथ रहते हैं। छह माह पूर्व दोनों ने प्रेम विवाह किया था। लगभग 10 दिन पहले उसके घर में 10 हजार रुपये चोरी हो गए थे। तब उसके घर वालों ने चोरी का आरोप आरती पर लगाया था अब लगभग तीन से चार दिन पहले पाजेब और चेन चोरी हो गई। जिनकी चोरी का भी आरोप भी परिवार वालों ने आरती पर लगाया।
इसकी के चलते वह शनिवार को वैशाली सेक्टर पांच की पुलिया पर पहुंचकर हिंडन नहर में कूदी थी।नहर के पास में यातायात उपनिरीक्षक धर्मेंद्र कुमार और कांस्टेबल अंकित तोमर ड्यूटी पर तैनात थे। आरती के कूदते ही कांस्टेबल अंकित नहर में कूद गए।
गहरे दलदल में चले गए अंकित
यातायात उपनिरीक्षक धर्मेंद्र भी पानी में कूद गए। आसपास के लोगों ने बताया कि अंकित गहरे दलदल में चले गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हाथ पैर मारकर महिला बाहर आग गई और उपनिरीक्षक धर्मेंद्र भी चोटिल हो गए। वह भी बाहर आ गए। मामले की सूचना कौशांबी थाना पुलिस को दी गई। तब तक कुछ निजी गोताखोर नहर में कूद गए।
अग्निशमन कर्मियों को मौके पर बुलाया गया। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अंकित दलदल में मिले। उन्हें निकालकर वैशाली सेक्टर एक के निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने कुछ देर के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। अपर पुलिस उपायुक्त सच्चिदानंद, सहायक पुलिस आयुक्त इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव अस्पताल पहुंचे।शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
2015 बैच के सिपाही थे अंकित, यूपीएससी की कर रहे थे तैयारी
मूलरूप से बरौला जाफरा अलीगढ़ के रहने वाले सूबे सिंह किसान हैं। उनके एक बेटा अंकित और एक बेटी थी। भाई संदीप तोमर ने बताया कि अंकित की शादी गाजियाबाद की शशि से हुई थी।
अभी उनके कोई बच्चा भी नहीं था। अंकित 2015 बैच के सिपाही थी। गाजियाबाद में यातयात पुलिस में तैनात थे।वह नौकरी के साथ ही यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। आइपीएस बनने का सपना था।लेकिन उनका सपना अधूरा रह गया।
सुबह गले लगकर आया था, फाेन पर लिया था हाल
अंकित ट्रानिका सिटी थाना क्षेत्र के अगरौला में नया घर बनवा रहे थे। भाई ने बताया कि चार दिन पहले ही लेंटर पड़ा था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पत्नी मौके पर पहुंची।उनका रो रो का बुरा हाल था। उनका कहना था कि सुबह ही गले लग कर आया था। फोन करके हाल चाल लिया था।
उन्हें नहीं पता था कि अब वह लौट कर नहीं आएगा।जाते जाते भी जान पर खेलकर महिला को बचाने के लिए कूद गया। महिला बच गई, लेकिन उनकी दुनिया तो उजड़ गई। वह पुलिस के अधिकारियों से बस एक ही बात कहती रहीं कि उनके पति को वापस ला दो।
महिला को बचाने के लिए नहर में यातायात उपनिरीक्षक और कांस्टेबल कूदे थे। डूबने से कांस्टेबल की मौत हो गई। महिला और उपनिरीक्षक सकुशल हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। स्वजन को जानकारी दे दी गई है। -अभिषेक श्रीवास्तव, सहायक पुलिस आयुक्त, इंदिरापुरम
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