गाजियाबाद में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बनेगी फिल्म, खर्च किए जाएंगे 6.50 लाख रुपये
गाजियाबाद में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक लघु फिल्म बनाई जाएगी। पर्यटन विभाग ने जिला प्रशासन के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए बजट स्वीकृत किया है। इस फिल्म का उद्देश्य जिले के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व को दर्शाना है जिसमें प्रमुख स्थलों और प्रतिष्ठानों की जानकारी शामिल होगी।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद के पौराणिक महत्व और ऐतिहासिक इतिहास के साथ ही विकास की यात्रा को दर्शाने के लिए शॉर्ट फिल्म जल्द ही तैयार होगी। इसके लिए बुधवार को पर्यटन विभाग ने जिला प्रशासन द्वारा भेजे गए प्रस्ताव केा मंजूर करते हुए पांच लाख रुपये का बजट भी स्वीकृत कर दिया है।
शॉर्ट फिल्म में क्या दिखाया जाएगा?
दैनिक जागरण ने चार जून के अंक में ही पर्यटन विभाग की फिल्म से सामने आएगी गाजियाबाद की वास्तविक तस्वीर शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसमें बताया गया था कि शॉर्ट फिल्म में जिले के प्रमुख स्थलों के साथ ही प्रतिष्ठानों और दुकानों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इसका उद्देश्य जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने का है। फिल्म को तैयार करने के लिए पर्यटन विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। जिला प्रशासन को उम्मीद थी कि फिल्म बनो के प्रस्ताव को जल्द ही मंजूरी मिलने के साथ ही बजट भी स्वीकृत हो सकता है।
गाजियाबाद जिले के ऊपर शॉर्ट फिल्म बनाने के लिए पर्यटन विभाग ने मंजूरी दे दी है। इसके लिए पांच लाख रुपये का बजट भी स्वीकृत कर दिया है। 1.50 लाख रुपये जिला प्रशासन के पास फिल्म बनाने के लिए पहले से ही हैं, ऐसे में लगभग 6.50 लाख रुपये खर्च कर फिल्म बनाने में खर्च किए जाएंगे।
- सुरेश रावत, जिला पर्यटन अधिकारी
उधर, जिला उद्यान विभाग ने उद्यान विकास समिति का गठन कर साल भर की कार्ययोजना तैयार की है। इसके तहत लोगों को पाली हाउस फार्मिंग और किचन गार्डन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा मालियों के प्रशिक्षण भी अगले दो महीने में शुरू कराए जाएंगे।
जिला उद्यान अधिकारी निधि ने बताया कि समिति का पंजीकरण सोसायटी एक्ट के तहत कराया जाता है। इसमें उपनिदेशक उद्यान अध्यक्ष और जिला उद्यान अधिकारी सदस्य सचिव होता है। उन्होंने बताया कि शहर के बड़े पार्क जिनका संचालन विभाग द्वारा किया जाता है, इनमें कार्य कराने समेत अन्य बिंदुओं पर कार्ययोजना तैयार की है। इसमें न्यूनतम शुल्क पर मालियों का प्रशिक्षण 50-50 के बैच में कराया जाएगा।
कविनगर स्थित विभाग की पौधशाला में प्रशिक्षण कराने की तैयारी है। इसके अलावा हर आयु वर्ग को पेड़-पौधे उगाने, इनकी देखभाल करने का भी प्रशिक्षण समिति करेगी। इसके अलावा दिसंबर के पहले सप्ताह में प्रदर्शनी भी समिति आयोजित करेगी।
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