गाजियाबाद वालों को आवारा कुत्तों के आतंक से मिलेगी राहत, 2.43 करोड़ से बन रहा तीसरा एबीसी सेंटर
गाजियाबाद में आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए तीसरा एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर खुलने जा रहा है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि गाजियाबाद उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला होगा जहाँ यह सुविधा होगी। विजयनगर जोन के सिद्धार्थ विहार में 2.43 करोड़ की लागत से बन रहे इस सेंटर में प्रतिदिन 100-125 कुत्तों की नसबंदी हो सकेगी।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। आवारा कुत्तों के आतंक से शहरवासी बहुत परेशान हैं। आए दिन कहीं न कहीं कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आती रहती है। आवारा कुत्तों के आतंक से शहरवासियों को निजात दिलाने व इनकी रोकथाम के लिए शहर में तीसरे एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर चार माह में शुरू हो जाएगा।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद पहला ऐसा जिला होगा, जहां तीसरा एबीसी सेंटर शुरू होने वाला है। तीसरा एबीसी सेंटर बनने से शहर में प्रतिदिन 100-125 कुत्तों की नसबंदी हो सकेगी।
नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डाक्टर अनुज सिंह ने बताया कि नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक व महापौर सुनीता दयाल के प्रयास से शासन से तीसरे एबीसी सेंटर को स्वीकृति मिली थी।
विजयनगर जोन के सिद्धार्थ विहार में यह सेंटर 2.43 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। तीसरे एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में डाग केयर सेंटर की स्थापना होगी। 300 वर्ग मीटर क्षेत्रफल एबीसी सेंटर बनाया जाएगा। यहां मेडिसिन रूम, सृजन रूम, प्रिपेयर रूम, ऑपरेशन थिएटर, मेडिकल स्टोर, शौचालय व अन्य सुविधाओं के साथ एबीसी सेंटर बनाया जा रहा है।
आवारा कुत्तों की रोकथाम के लिए नसबंदी करने को शहर में पहला एबीसी सेंटर नंदी पार्क नंदग्राम में चलाया जा रहा है। यहां प्रतिदिन करीब 30 कुत्तों की नसबंदी हो रही है। वहीं दूसरा एबीसी सेंटर नए बस अड्डे के पीछे बनाया गया है। यहां प्रतिदिन करीब 25-30 कुत्तों की नसबंदी होती है। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर से शहरों से आवारा कुत्तों को शेल्टर होम में शिफ्ट करने का आदेश दिया है।
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