गाजियाबाद में कुत्तों का आतंक, पांच महीने में हजारों लोग घायल
गाजियाबाद में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है जिससे पांच महीने में 4681 लोग घायल हुए। कुत्तों बिल्लियों और बंदरों के काटने के मामले बढ़ रहे हैं जिससे जिला अस्पताल में एंटी रेबीज टीकों की मांग बढ़ गई है। अस्पताल प्रशासन ने टीकों की कमी को देखते हुए शासन से अतिरिक्त आपूर्ति की मांग की है।

मदन पांचाल, गाजियाबाद। जिले के शहरी क्षेत्र में आवारा कुत्ते खतरनाक हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खतरनाक आवारा कुत्तों को आश्रय गृह भेजने के आदेश दिए गए हैं, लेकिन हर दिन आवारा कुत्ते लोगों को काटकर घायल कर रहे हैं। चालू वित्तीय वर्ष के पांच माह में 4681 लोगों को सिर्फ आवारा कुत्तों ने काटा है।
2697 लोगों को पालतू कुत्तों ने, 1614 लोगों को बिल्लियों ने, 1519 लोगों को बंदरों ने और 193 लोगों को चूहों ने काटा है। पिछले पांच माह में कुल 10,725 लोगों ने जिला एमएमजी अस्पताल में जाकर एंटी रेबीज का टीका लगवाया है।
इन दिनों आवारा कुत्तों, बंदरों और बिल्लियों का आतंक है। जिला एमएमजी अस्पताल की अगस्त माह की रिपोर्ट में सामने आया है कि कुत्तों और बंदरों ने 31 दिन में 55 लोगों को घायल किया है। इन सभी को इमरजेंसी में प्राथमिक उपचार के बाद एंटी रेबीज सीरम दिया गया है।
इनमें ज्यादातर बच्चे हैं। अगस्त में सबसे ज़्यादा 1186 लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा। रिपोर्ट के अनुसार, साढ़े तीन साल में 3.07 लाख लोगों को कुत्ते, बिल्ली और बंदर के काटने पर एआरवी लगाया जा चुका है। शुक्रवार को दोनों अस्पतालों में 26 बच्चों समेत कुल 195 लोगों को एंटी-रेबीज वैक्सीन और दो लोगों को एंटी-रेबीज सीरम लगाया गया।
तीन दिन में एंटी-रेबीज सीरम की 12 शीशियां खत्म
कुत्ते और बंदर के काटने से गंभीर रूप से घायल लोगों को तुरंत लगाए जाने वाले एंटी-रेबीज सीरम की कमी है। एआरवी 13 दिन पहले खत्म हो गया था। मंगलवार को गोदाम से अस्पताल को 22 शीशियां भेजी गईं। तीन दिन में दस शीशियां खत्म हो गई हैं। गुरुवार को दो दिन पहले घायल हुई मीनाक्षी शर्मा और नंदग्राम के समीर ने इमरजेंसी पहुंचकर सीरम लगवाया।
जिला एमएमजी अस्पताल की पांच महीने की रिपोर्ट
पशु का नाम | अप्रैल | मई | जून | जुलाई | अगस्त |
---|---|---|---|---|---|
कुत्ते | 1508 | 1503 | 1222 | 1284 | 1853 |
आवारा | 905 | 977 | 778 | 835 | 1186 |
पालतू जानवर | 603 | 526 | 452 | 449 | 667 |
बिल्लियाँ | 348 | 462 | 188 | 535 | 81 |
बंदर | 395 | 323 | 451 | 278 | 72 |
चूहे | 69 | 23 | 29 | 43 | 29 |
कुल | 2320 | 2411 | 1890 | 2140 | 2035 |
वर्ष कुत्तों के काटने के कुल मामले
वर्ष | कुत्तों के काटने के कुल मामले |
---|---|
2022 | 56299 |
2023 | 75561 |
2024 | 104389 |
2025 | 49917 |
रेबीज से बचाव के लिए ओपीडी में सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक और इमरजेंसी में 24 घंटे एआरवी और एआरएस वैक्सीन लगाने की व्यवस्था है। अगस्त में एंटी-रेबीज सीरम की कुल 50 शीशियाँ प्राप्त हुई थीं, जो सभी खत्म हो चुकी हैं। दो दिन पहले ही 22 शीशियाँ प्राप्त हुई थीं। कुत्तों के बढ़ते आतंक के कारण एआरवी और एआरएस की बढ़ती खपत को देखते हुए, शासन से अतिरिक्त शीशियाँ माँगी गई हैं।
- डॉ. राकेश कुमार सिंह, सीएमएस, जिला एमएमजी अस्पताल
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