Noida News: बाजारों में लौटी रौनक, GST की नई दर के हिसाब से इन समानों पर हो रही भारी बचत
पितृ पक्ष खत्म होने के बाद गाजियाबाद के बाजारों में रौनक लौट आई है। नई जीएसटी दर लागू होने से ग्राहकों को खरीदारी पर बचत हो रही है। दोपहिया वाहनों पर जीएसटी दर घटने से 20000 रुपये तक की बचत हो रही है। होजरी के सामान पर भी जीएसटी दर कम होने से ग्राहकों को फायदा हो रहा है। त्योहारों के आने से बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। पितृ पक्ष समाप्त होने के बाद बाजारों में रौनक लौट आई है। सोमवार को जिले में नई जीएसटी दर के आधार पर उत्पादों की बिक्री शुरू हो गई। इसका फायदा खरीदारों को मिल रहा है और जीएसटी दर कम होने से उनकी खरीदारी पर बचत हो रही है। व्यापारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बाजार में और भी रौनक रहेगी। व्यापारियों ने जीएसटी दर पर सामान बेचने में किसी तरह की परेशानी की बात नहीं कही है।
सोमवार को नई जीएसटी दर लागू होने के बाद वाहन शोरूमों में पिछले कुछ दिनों की तुलना में अधिक ग्राहक आए। ग्राहकों को पिछली और वर्तमान जीएसटी दरों की जानकारी देने के लिए शोरूम के अंदर पंपलेट भी लगाए गए हैं।
न्यू आर्य नगर स्थित शिवा बजाज शोरूम के सेल्स विभाग के जीएम सौरभ सिंह ने बताया कि पहले 350 सीसी से कम इंजन वाले दोपहिया वाहनों पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता था, लेकिन अब इन वाहनों पर जीएसटी की दर घटाकर 18 प्रतिशत कर दी गई है।
इस तरह ग्राहकों को वाहन की खरीद पर 20,000 रुपये तक की बचत हो रही है। न्यू आर्य नगर स्थित शिवा ऑटो कार के सेल्स मैनेजर योगेश वत्स ने बताया कि चार मीटर तक की कारों पर पहले 28 फीसदी जीएसटी लगता था, अब 18 फीसदी जीएसटी लगेगा। चार मीटर से अधिक लंबाई वाली कारों पर पहले 28 फीसदी जीएसटी और एक से 22 फीसदी तक सेस लगता था।
सरकार ने सेस खत्म कर अब 40 फीसदी जीएसटी लागू कर दिया है। इससे वाहन चालकों को दोनों तरह के वाहनों पर 80 हजार से दो लाख रुपये तक की बचत हो रही है। तुराब नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष रजनीश बंसल ने बताया कि होजरी के सामान पर भी जीएसटी की दर कम कर दी गई है।
पहले एक हजार रुपये तक के सामान पर पांच फीसदी और इससे अधिक के सामान पर 12 फीसदी जीएसटी लगता था। अब ऐसा नहीं है। अब 2499 रुपये तक के सामान पर पांच फीसदी जीएसटी लगेगा, जिससे ग्राहकों को सीधे तौर पर 12 फीसदी तक की जीएसटी बचत होगी।
उन्होंने बताया कि नई दर का फायदा व्यापारियों को भी हो रहा है। पहले जो लोग सामान खरीदते थे, वे पुरानी जीएसटी दर के हिसाब से भुगतान करते थे। अब जब सामान कम जीएसटी दर पर बेचा जाएगा, तो उन्हें केवल पाँच प्रतिशत आईटीसी का दावा करना होगा, क्योंकि व्यापारियों को सामान की खरीद और बिक्री के बीच होने वाली बचत के आधार पर इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा करना होता है।
उन्होंने बताया कि सोमवार से बाज़ार में सामान नई जीएसटी दर के हिसाब से बिक रहा है। अब जबकि करवा चौथ और दिवाली समेत त्योहारों की शुरुआत हो चुकी है, त्योहार भी नज़दीक आ रहे हैं। ऐसे में कम जीएसटी दर से बिक्री बढ़ने की उम्मीद है, जिससे ग्राहकों और व्यापारियों दोनों को फायदा होगा।
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