गाजियाबाद में आतिशबाजी के साथ रामलीलाओं के मंचन का समापन, आसमान में दिखा आतिशबाजी का सुंदर नजारा
गाजियाबाद में दशहरा के बाद रामलीलाओं का समापन हो गया। विभिन्न रामलीला समितियों ने धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए। कहीं कवि सम्मेलन हुआ तो कहीं डांडिया नाइट का आयोजन किया गया जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कविनगर में आतिशबाजी का प्रदर्शन हुआ वहीं घंटाघर में राजस्थानी नृत्य ने सबका मन मोह लिया।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। शहर भर में दशहरा के बाद श्रीराम के राज्याभिषेक के साथ रामलीला मंचन का समापन हो गया। इसके बाद दो दिन से शहर भर की सभी बड़ी रामलीलाओं में धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
कहीं काव्यपाठ व डांडिया उत्सव हुआ तो कहीं सम्मान व आतिशबाजी के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। श्री धार्मिक रामलीला समिति कविनगर द्वारा सम्मान समारोह एवं आतिशबाजी का आयोजन किया गया। देर रात तक आसमान में रंग बिरंगी रोशनी के साथ घंटों तक आसमान में आतिशबाजी का सुंदर नजारा देखने को मिला।
बही काव्य रस की धारा
श्री रामलीला समिति राजनगर द्वारा रविवार को कवि सम्मेलन के साथ रामलीला का समापन किया गया। कवि सम्मेलन में देर रात तक श्रोता जुड़े रहे। मुख्य अतिथि एनएचआइ के चेयरमैन संतोष कुमार यादव रहे। मंच संचालन शायर राज कौशिक ने किया।
कोमल त्यागी ने सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे विजेंद्र सिंह परवाज की रचना ये जिंदगी भी कैसे बहाने में कट गई, जैसा नहीं हूं वैसा दिखाने में कट गई पेश कर खूब वाहवाही लूटी। डाा. उषा श्रीवास्तव ने मां भारती और सीमा पर सैनिकों को समर्पित रचना पेश की।
मुरादाबाद से आए मयंक शर्मा ने भी अपनी रचना से खूब तालियां बटोरीं। डा. प्रतीक गुप्ता ने अवधपुरी में भगवा झंडा लहर लहर लहराएगा, रामलला के भव्य दर्शन कोई भाग्यवान ही पाएगा सुनाई। सरदार प्रताप फौजदार ने काव्यपाठ से देर तक लोगों को गुदगुदाया।
राज कौशिक ने शौहरतों की ख्वाहिशों का ये तमाशा खूब है सुनाकर समां बांध दिया। इस मौके पर समिति के संस्थापक एवं संरक्षक जितेंद्र यादव, नरेश सिंघल, मुख्य संयोजक राकेश मिश्रा, अध्यक्ष जयकुमार गुप्ता, महामंत्री दीपक मित्तल, कोषाध्यक्ष आरके शर्मा, मेला प्रबंधक एसएन अग्रवाल, रेखा अग्रवाल, सौरभ गर्ग आदि मौजूद रहे।
डांडिया नाइट में देर रात तक थिरके कदम
श्री सुल्लामल रामलीला समिति घंटाघर द्वारा डांडिया नाइट व राजस्थानी नृत्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पहुंची महिला एवं बच्चों ने देर रात तक डांडिया न नृत्य किया। राजस्थानी ड्रेस पहनी महिला आकर्षण का केंद्र रहीं।
राजस्थान से राज चौधरी इवेंट पार्टी के दो दर्जन कलाकारों ने डांडिया व राजस्थानी नृत्य कर समां बांध दिया। मंच संचालन पूर्णिमा ने किया। अध्यक्ष अजय बंसल, नरेश अग्रवाल, सुधीर गोयल मोनू, संजीव मित्तल, रविंद्र मित्तल, प्रदीप मित्तल, वीरेंद्र कुमार वीरो, उस्ताद अशोक गोयल, दिनेश शर्मा बब्बे, आलोक गर्ग, सुभाष गुप्ता, राजेंद्र मित्तल आदि मौजूद रहे।
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