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    गाजियाबाद में चल रहा था अवैध धंधा, पुलिस के पहुंचते ही मची भगदड़; जांच में कई सामान बरामद

    Updated: Fri, 24 Jan 2025 12:57 PM (IST)

    गाजियाबाद पुलिस ने वैशाली सेक्टर चार के शॉप्रिक्स मॉल में चल रहे एक अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। यह कॉल सेंटर शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से ...और पढ़ें

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    Ghaziabad News: शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर ठगी करने वाला अवैध काल सेंटर पकड़ा। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। Ghaziabad Share Trading Scam: कौशांबी थाना क्षेत्र के वैशाली सेक्टर चार में शाप्रिक्स माल में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर निवेश कर ठगी करने वाले अवैध कालसेंटर का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। दो आरोपितों को मौके से गिरफ्तार किया है। जबकि उनका तीसरा साथी फरार हो गया।

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    पुलिस ने तीन लैपटॉप, तीन कंप्यूटर, 34 मोबाइल, 18 सिमकार्ड, 11 डेबिट व क्रेडिट कार्ड, मोबाइल नंबरों की लिस्ट बरामद की है। सहायक पुलिस आयुक्त इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि कौशांबी थाना पुलिस क्षेत्र में चेकिंग कर रही थी।

    पुलिस ने मारा छापा

    तभी सूचना मिली कि वैशाली सेक्टर चार के शाप्रिक्स माल के तीसरे तल पर शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर लोगों से ठगी करने का कॉलसेंटर चल रहा है। पुलिस ने मौके पर छापा मारा। वहां से दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि उनका एक साथी मौके से भाग गया।

    पकड़े गए आरोपित कुशाग्र कुमार और कृष्णा भारद्वाज हैं। फरार आरोपित मोहम्मद साहिल हैं। पुलिस (Ghaziabad Police) ने दोनों से कॉलसेंटर का लाइसेंस और पंजीकरण मांगा, लेकिन उनके पास कोई पंजीकरण दस्तावेज नहीं थे। उन्होंने बताया कि उनके पास मोबाइल नंबरों की लिस्ट आती थी। वह लोगों को कॉल करते थे।

    शेयर ट्रेडिंग के फायदे बताते थे। साहिल, कुशाग्र और कृष्णा ने डीमेट अकाउंट खोल रखे हैं। जिनके जरिए वह लोगों से रुपये लेकर शेयर में निवेश करते थे। मुनाफा होने पर वह कुछ प्रतिशत देते थे और कुछ अपने पास रख लेते थे। नुकसान होने पर अपने रुपये हड़प लेते थे।

    रिश्तेदार से सीखकर शुरू किया काम

    पुलिस पूछताछ में कुशाग्र और कृष्ण दोनों इंटरपास हैं। साहिल का रिश्तेदार शेयर ट्रेडिंग का काम करता था। उससे सभी ने काम सीखा। इसके बाद अपना कॉल सेंटर खोल लिया और करीब दो साल से इसका संचालन कर रहे थे। तीनों बराबर के साझेदार थे। छापेमारी के दौरान दोनों ग्राहक से बात कर रहे थे।

    पुलिस को देखकर साहिल भाग गया। पुलिस तलाश कर रही कि दो साल में इन्होंने कितने लोगों से ठगी की है। मोबाइल नंबरों पर संपर्क करके जानकारी की जा रही है। सभी के बैंक खातों का विवरण जुटाया जा रहा है। उनके लेनदेन की जानकारी से भी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।

    काम करने वालों से भी पुलिस करेगी पूछताछ

    पुलिस को मौके से बायोमेट्रिक अटेंडेंस मशीन मिली है। जांच में सामने आया है कि यहां दो शिफ्ट में काम होता था। 12 से अधिक लोग काम करते थे। पुलिस काम करने वाले लोगों की तलाश कर रही है। उनसे पूछताछ कर विवरण जुटाएगी।

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