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    Ghaziabad: त्योहारों तक दिल्ली में BS-3,4 बसों चलाने की मांगी अनुमति, राजधानी में एक नवंबर से नहीं होगी डीजल की बसों की एंट्री

    दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) राजधानी में बीएस (भारत स्टेज)-तीन व चार डीजल बसों के प्रवेश पर एक नवंबर से रोक लगाने के आदेश जारी कर चुका है। परिवहन निगम ने सीएक्यूएम से आगामी त्योहारों तक बसों को संचालन जारी रखने की अनुमति मांगी है। इसके लिए आयोग को पत्र लिया है।

    By Edited By: Nitin YadavUpdated: Fri, 27 Oct 2023 10:35 AM (IST)
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    Ghaziabad: त्योहारों तक दिल्ली में BS-3,4 बसों चलाने की मांगी अनुमति।

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) दिल्ली में बीएस (भारत स्टेज)-तीन व चार डीजल बसों के प्रवेश पर एक नवंबर से रोक लगाने के आदेश जारी कर चुका है। परिवहन निगम ने सीएक्यूएम से आगामी त्योहारों तक बसों को संचालन जारी रखने की अनुमति मांगी है। इसके लिए आयोग को पत्र लिखा है।

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    गाजियाबाद रीजन की करीब 60 पुराने मॉडल (बीएस-तीन व चार) की बसें दिल्ली के आनंद विहार व कश्मीरी गेट से संचालित होती हैं। ये बसें लखनऊ, बरेली, हरिद्वार, ऋषिकेश समेत विभिन्न शहरों के लिए जाती हैं। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने रोडवेज के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की।

    इसमें फैसला लिया कि दिल्ली से संचालित डीजल की बीएस-तीन व चार बसों पर रोक लग जाएगी तो प्रदूषण कम होगा। सीएक्यूएम ने दिल्ली में इन बसों के प्रवेश पर एक नवंबर से रोक लगाने का फैसला लिया है। इससे रोडवेज के अधिकारियों की परेशानी बढ़ गई है। अगर त्योहारों पर बसों का संचालन नहीं हुआ तो रोडवेज को राजस्व का नुकसान होगा और यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ेगी।

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    केवल BS-6 व CNG बसों का संचालन करने की होगी अनुमति

    सीएक्यूएम ने दिल्ली में केवल बीएस छह व सीएनजी बसों को संचालित करने की अनुमति दी है। बीएस यानी भारत स्टेज प्रदूषण मापक पैमाना है। बीएस के साथ जो नंबर होता है वह बताता है कि इंजन कितना प्रदूषण फैलाता है। यानी जितना बड़ा नंबर उतना कम प्रदूषण।

    रीजन में कुल बसों की श्रेणी श्रेणी कुल बसें
    BS-2 34
    BS-3 370
    BS-4 101
    BS-6 82
    CNG 182

    डीजल की बीएस तीन व चार बसों को संचालित करने के लिए सीएक्यूएम से मुख्यालय द्वारा अनुमति मांगी गई है। इससे यात्रियों को राहत मिलेगी। -केसरी नंदन चौधरी, क्षेत्रीय प्रबंधक, यूपीएसआरटीसी।

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