नेताओं, जनप्रतिनिधियों से उम्मीद खत्म, फिर बड़े आंदोलन की तैयारी में देश की सबसे बड़ी विधानसभा के लोग
गाजियाबाद के खोड़ा में पानी की समस्या गहराती जा रही है। गंगाजल आपूर्ति योजना रद्द होने से लोगों में निराशा है। नेताओं और जनप्रतिनिधियों से उम्मीदें टूटने के बाद अब लोग फिर से बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। खोड़ा रेजीडेंट्स एसोसिएशन के नेतृत्व में प्रधानमंत्री तक गुहार लगाने की योजना है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। देश में सबसे बड़ी विधानसभा साहिबाबाद का हिस्सा खोड़ा पानी की जंग लड़ रहा है। 34 वार्ड वाली नगर पालिका टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति होती है, इस पर भी कई बार लोगों के बीच खूनी संघर्ष हो जाता है।
गंगाजल आपूर्ति योजना निरस्त होने से लोगों में नाराजगी
कुछ वार्ड में भूगर्भ जलस्तर सूख गया है और कुछ वार्ड में 600 से हजार फीट नीचे पहुंच गया है। पानी के लिए आंदोलन हुए, चुनाव में वायदे हुए, योजनाएं बनीं लेकिन सभी भूगर्भ में समा गईं। हाल ही में गंगाजल आपूर्ति की योजना निरस्त होने के बाद लोगों में नाराजगी है। लोगों ने नेताओं और जनप्रतिनिधियों से उम्मीद खत्म होने का दावा किया है और बड़े आंदोलन की तैयारी की जा रही है।
खोड़ा में अब से पहले कई बार खोड़ा रेजीडेंट्स एसोसिएशन ने पानी के लिए आंदोलन किए हैं। इनमें आमरण अनशन, लखनऊ तक की साइकिल रैली, थाली बजाओ, मीम बनाकर, धरने-प्रदर्शन कई बार किए गए।
चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा होने के कारण नेताओं से आश्वासन भी मिलते रहे। इसके बाद खोड़ा के लिए अमृत योजना से 164 किमी लाइन डालकर गंगाजल आपूर्ति और नोएडा से 50 एमएलडी गंगाजल दिलाने की योजनाएं बनीं लेकिन कागजों से योजनाएं बाहर नहीं आईं और निरस्त कर दी गईं।
खोड़ा रेजीडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक जोशी ने बताया कि अब प्रधानमंत्री आवास तक लोग जाकर अपनी बात पहुंचाने की तैयारी कर रहे हैं। नेताओं और जनप्रतिनिधियों के पास लोग नहीं जाएंगे।
26 अक्टूबर को प्रधानमंत्री से अपनी बात कहेंगे। इसके लिए फिर से लोगों को एकजुट किया जा रहा है। नुक्कड़ सभाएं, अलग-अलग क्षेत्रों में एसोसिएशन बैठकें कर रहा है। प्रधानमंत्री तक बात नहीं पहुंचती है तो फिर बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
नंबर गेम
- खोड़ा में बसावट : 1983 में हुई
- नगर पालिका का दर्जा : मार्च 2016 में मिला
- खोड़ा की आबादी : 12 लाख से अधिक

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।