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    'आवारा कुत्तों को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में निकालेंगे रैली', गाजियाबाद में बोले पूर्व केंद्रीय मंत्री

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 09:34 AM (IST)

    लोनी में विजय गोयल ने आवारा कुत्तों के समाधान हेतु बैठक की। उन्होंने दिल्ली में रैली निकालने की बात कही जिसमें एनसीआर के लोग शामिल होंगे। गोयल ने आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई और वैक्सीनेशन पर सवाल उठाए। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन मुश्किल बताया। सोसायटी के लोगों ने फीडिंग प्वाइंट चिह्नित करने की मांग की।

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    आक्सी होम्स सोसायटी में आवारा कुत्तों की समस्याओं को लेकर आयोजित बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल।

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। लोनी-भोपुरा रोड स्थित आक्सी होम्स सोसायटी में रविवार को पूर्व मंत्री विजय गोयल ने आवारा कुत्तों से समाधान को लेकर बैठक की। इस दौरान बड़ीं संख्या में सोसायटी के लोग मौजूद रहे।

    पूर्व मंत्री ने कहा कि लोगों का सहयोग मिलता रहा तो एक दिन दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली निकालेंगे। इसमें नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम, दिल्ली समेत एनसीआर के सभी शहरों के लोग शामिल होंगे और आवारा कुत्तों से समाधान के लिए एक साथ आवाज उठाएंगे। आवारा कुत्तों से जब तक लोगों को राहत नहीं मिल जाएगी लड़ाई जारी रहेगी।

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    पूर्व मंत्री ने कहा कि आवारा कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वर्तमान में देश में करीब 12 करोड़ कुत्ते हैं। बाहर के देशों में आवारा कुत्ते सड़कों पर दिखाई नहीं देते, लेकिन पेटा जैसी अमेरिकी संस्था भारत में सड़कों पर आवारा कुत्तों की वकालत करती है। कहीं ऐसा तो नहीं कि एंटी रेबीज का इंजेक्शन बनाने वाली विदेशी कंपनियां आवारा कुत्तों के संवर्धन व संरक्षण में लिप्त हों।

    उन्होंने कहा कि कुत्तों का बंध्याकरण व वैक्सीनेशन इस बात की गारंटी नहीं है कि कुत्ते अब काटेंगे नहीं। आवारा कुत्ते आए दिन लोगों को शिकार बना रहे हैं, जिनके मामले सुप्रीम कोर्ट में भी हैं। स्थिति ये है कि लोग शेल्टर होम में रह रहे हैं और लोग बाहर घूम रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि आवारा कुत्तों को लेकर 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के दो जज की बेंच ने कहा कि एनसीआर के कुत्तों को शेल्टर होम में रखो। इस पर कहा गया कि शेल्टर होम तो बने ही नहीं हैं। 22 अगस्त को कहा गया कि केवल आक्रामक कुत्तों को ही शेल्टर होम में रख सकते हैं। बाकी को बंध्याकरण के बाद वापस छोड़ना होगा।

    इस दौरान कहा गया कि स्ट्रीट फीडिंग, सोसायटी में फीडिंग व अपार्टमेंट में फीडिंग नहीं हो सकती। इससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी, लेकिन इसका पालन व मानना संभव नहीं है। हर सोसायटी में कुत्तों का आतंक हैं। अकेले आक्सी होम सोसायटी में 26 कुत्ते हैं, जिन्होंने यहां के 1500 लोगों को डरा रखा है।

    इस मौके पर सोसायटी के सौरभ गांधी, ज्ञान सिंह, महेंद्र सिंह व जानवीर सिंह मालिक ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि सबसे पहले प्रशासन कुत्तों के फीडिंग प्वाइंट चिह्नित करे।

    पशु प्रेमी नहीं बनने देंगे फीडिंग प्वाइंट

    पशु प्रेमियों की स्थिति इतनी खराब है कि वह केवल कुत्तों को प्यार करते हैं, गोवंश उनके लिए पशु नहीं हैं। वह जगह-जगह खाना खिलाते हैं। वह यह कहकर फीडिंग प्वाइंट भी नहीं बनने देंगे कि इतनी दूर खाना खिलाने कौन जाएगा। ज्यादातर पशु प्रेमी महिलाएं हैं, जो तुरंत झगड़ा करने पर उतारू हो जाती हैं।

    संख्या में लगाम लगे तो मिले राहत

    फ्लैट आनर्स फेडरेशन गाजियाबाद के चेयरमैन कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा कि फीमेल डाग वर्ष में दो बार पिल्ले देती है। एक बार में आठ से 10 पिल्ले देती है। एनजीओ बंध्याकरण का कार्य ठीक से नहीं कर रहे हैं। केवल कागजों में ही बंध्याकरण हो रहा है। जब तक बढ़ती संख्या में रोक नहीं लगाई जाएगी आवारा कुत्तों से राहत मिलना संभव नहीं है।