गाजियाबाद पुलिस ने 100 से ज्यादा कार चोरी करने वाले गिरोह का किया पर्दाफाश, सात गाड़ियां बरामद
गाजियाबाद पुलिस ने वाहन चोर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से सात कारें बरामद की हैं। यह गिरोह सलमानी गैंग का हिस्सा है और 100 से ज्यादा वाहन चोरी कर चुका है। बदमाश तीन मिनट में कार चोरी कर लेते थे और दिल्ली पंजाब हरियाणा जैसे राज्यों में बेचते थे। वे चोरी की कारों को कम दामों में बेचते थे।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। क्राइम ब्रांच और लिंक रोड पुलिस ने वाहन चोरी करने वाले गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से सात कार बरामद हुई हैं। एडीसीपी क्राइम पीयूष कुमार सिंह का कहना है कि दो दिन पूर्व लिंक रोड पुलिस ने मुठभेड़ में दो बदमाश गिरफ्तार करते हुए चोरी की दो कार भी बरामद की थी।
दोनों मामलों में पकड़े गए बदमाश वाहन चोर गिरोह सलमानी गैंग के सदस्य हैं। इस गिरोह के नौ बदमाशों की तलाश की जा रही है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह गिरोह 100 से ज्यादा वाहन चोरी कर चुका है।
एडीसीपी क्राइम पियूष सिंह ने बताया कि आठ अपैल को थाना लिंक रोड क्षेत्र से एक ब्रेजा कार चोरी होने की सूचना मुकदमा दर्ज किया गया था। थाना लिंक रोड पुलिस द्वारा उक्त ब्रेजा कार को लावारिस मे बरामद किया गया था व अज्ञात चोरो की तलाश शुरू की गई थी।
इसी क्रम में स्वाट टीम कमिश्नरेट गाजियाबाद व थाना लिंक रोड पुलिस द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए 31 अगस्त की रात्रि में सलमानी गैंग के सरगना फारूख सलमानी व उसके साथी शाहनवाज उर्फ गोलू को थाना लिंक रोड क्षेत्र से बाद पुलिस मुठभेड गिरफ्तार किया गया था।
दोनों के पास से चोरी की दो कार ब्रेजा व स्विफ्ट व नाजायज असलहे बरामद किये गये थे। सोमवार को पुलिस ने डाबर तिराहे के पास से इसी गिरोह के चार बदमाशों को दबोच लिया।
पकड़े गए बदमाश निवाड़ी निवासी चांद, संभल नपिवासी सूफियान, अमरोहा निवासी उवैश और जहांगीराबाद निवासी ब्रजमोहन उर्फ बीएम है। चारों के पास से व निशादेही पर चोरी की फर्जी नंबर प्लेट लगी सात कार, चोरी करने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद किए हैं।
तीन मिनट में चोरी कर लेते हैं कार
पूछताछ में बदमाशों ने पुलिस को बताया कि उनका गिरोह तीन मिनट में कार चोरी कर लेता है। अधिकांश एक कंपनी विशेष की गाड़ियों को ही निशाना बनाते हैं क्योंकि उसका लाक तोड़ने वाले उपकरण बदमाशों के पास हैं।
चांद व शाहनवाज उर्फ गोलू गैंग के ड्राईवर है जो चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद चोरी की गाडियों को चलाकर लाते है। सूफियान, उवैश व बृजमोहन चोरी की गाडियों को फरूख सलमानी के इशारे पर चोरी करने के बाद दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखण्ड, झारखंड व अन्य राज्यों के रिसीवरों से संपर्क कर बेचने का काम करते है।
पूछताछ में पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, झारखण्ड, हरियाणा व उत्तर प्रदेश के मेरठ के अन्य और चोरी की गाडी खरीदने वाले रिसीवर (चोरी की गाडियां खरीद-फरोक्त करने वाले) प्रकाश में आये हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
अधिकांश चोरी की कार एक लाख से कम में बेचते
पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वह ब्रेजा कार को 70 हजार, स्विफ्ट कार को 65 हजार, सियाज कार को 80 हजार, स्विफ्ट डिजायर को 75 हजार व क्रेटा कार को एक लाख रुपए में रिसीवर को बेच देते है।
चांद, उवैश व सूफियान का भी आपराधिक इतिहास है जो पूर्व में वाहन चोरी में जेल जा चुके है। बरामद हुई सभी गाडियों को बदमाशों ने दिल्ली व अलीगढ़ से चोरी किया था। चोरी के उक्त वाहनों को लिंक रोड क्षेत्र में प्राईवेट पार्किंग व कौशांबी बस स्टैंड के पीछे ग्राउंड में खड़ी कर डिमांड के अनुसार रिसीवरों को बेच देते थे। शुरूआती जांच में सामने आया है कि यह गिरोह करीब 100 कार चोरी कर चुका है।
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