पिछली सरकारों ने उत्तर प्रदेश को बनाया बीमारू, हमने बनाया भारत की ग्रोथ का इंजन: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारों ने उत्तर प्रदेश को बीमार बना दिया था लेकिन वर्तमान सरकार ने इसे भारत की वृद्धि का इंजन बना दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है। उन्होंने नागरिकों से विकास के लिए सुझाव देने का आग्रह किया और गाजियाबाद की नकारात्मक छवि पर भी बात की।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। आठ साल पहले देश के विकास की राह में उत्तर प्रदेश को बैरियर माना जाता था, पिछली सरकारों ने इसे बीमारू राज्य बना दिया था।
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री और दुनिया के सबसे लोकप्रिय राजनेता के मार्गदर्शन में 2017 में उत्तर प्रदेश में जब भाजपा की सरकार बनी तो प्रदेश ने हर क्षेत्र में तरक्की की।
यही वजह है कि अब भारत की ग्रोथ का इंजन उत्तर प्रदेश बन गया है। प्रदेश अब देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य है और जल्द ही पहले स्थान पर होगा।
यह बातें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नेहरू नगर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तित्व पर पूर्व सांसद रमेश चंद तोमर द्वारा लिखी पुस्तक के विमोचन और विजन उत्तर प्रदेश 2047 के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहीं।
उन्होंने कहा कि यूपी की अर्थव्यवस्था 12 लाख से बढ़कर पिछले नौ सालों में कोरोना महामारी का सामना करने के बावजूद अब 36 लाख करोड़ तक पहुंचाने वाल हैं। प्रति व्यक्ति आय तीन गुना अधिक हुई। अन्नदाता के जीवन में खुशहाली लाने का प्रयास किया जा रहा है।
इंफ्रास्ट्रकचर , हाईवे, एक्सप्रेसवे सबसे अच्छे उत्तर प्रदेश में हैं। सबसे बड़ा मेट्रो और रेलवे का नेटवर्क भी उत्तर प्रदेश में है। इससे प्रदेश की छवि अच्छी हुई है। 2047 तक विकसित भारत के लिए प्रधानमंत्री ने पंच प्रण की बात देशवासियों से कही है।
इनमें विरासत का सम्मान करने, गुलामी की मानसिकता और चिह्न को समाप्त करने, सैनिकों का सम्मान करने, सामाजिक समता का व्यवहार करने और नागरिक कर्तव्य का निर्वहन करने की बात शामिल है।
भारत तभी विकसित होगा, जब उत्तर प्रदेश विकसित होगा। उत्तर प्रदेश तब विकसित होगा जब गाजियाबाद समेत हर जिले विकसित होंगे। आने वाले सालों में प्रदेश का विकास कैसे हो, इसके लिए 300 विशेषज्ञों को फील्ड में उतारा गया है।
वह प्रत्येक जिले में जाकर लोगों के सुझाव ले रहे हैं। कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, औद्योगिक , व्यापार, सामाजिक सुरक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर सहित 12 प्रमुख सेक्टर से जुड़े लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं, मेरी अपील है कि वह विकास की इस यात्रा में सहभागी बनें।
सभी लोग समर्थ उत्तर प्रदेश के पोर्टल पर जारी क्यूआर कोड को स्कैन कर अपने सुझाव प्रदेश सरकार को दें। तीन बेहतर सुझाव देने वालोें को जिला स्तर पर और पांच बेहतर सुझाव देने वालों को प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जिले के लोगों को शरदीय नवरात्र की मंगलमय शुभकामनाएं देते हुए अपने संबोधन को समाप्त किया।
पुस्तक पढ़कर प्रधानमंत्री मोदी के जीवन से युवा लें प्रेरणा
सीएम ने कहा कि प्रो. रमेश चंद तोमर को भारतवर्ष की स्वर्ण आभा - नरेंद्र मोदी पुस्तक को लिखने और विमोचन के लिए बधाई देता हूं। लिखना एक साधना है। हर व्यक्ति लिख नहीं सकता है, हर व्यक्ति सोच नहीं सकता है, हर व्यक्ति बोल नहीं सकता है।
लेकिन सोचने, लिखने और बोलने का कार्य पूर्व सांसद प्रो. रमेश चंद तोमर ने अपने शिक्षक पेशे के अनुरूप किया है। इस पुस्तक को युवाओं को पढ़कर प्रधानमंत्री के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए, इस तरह की पुस्तक सभी पुस्तकालयों में होनी चाहिए।
अपराध के लिए जाना जाता था गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर
सीएम ने कहा कि जब वह सांसद थे तो दिल्ली में आते थे। उस वक्त गाजियाबाद की छवि अच्छी नहीं थी। यह जिला गैंग्स्टर के लिए जाना जाता था , अपराध को लेकर इस जिले पर फिल्म बन चुकी थी।
अपराध और गंदगी गाजियाबाद की पहचान थी और गौतमबुद्धनगर लूट का अड्डा एवं बेईमानी का जरिया बना था। कहा जाता था कि जो मुख्यमंत्री नोएडा जाता था, वह दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनता था।
लूट खसोट वालों ने यह भ्रांति फैलाई थी, मैं मुख्यमंत्री के बाद कई बार नोएडा गया और पांच साल पूरे होने के बाद दोबारा मुख्यमंत्री बना। बिजनौर के बारे में कहा गया कि वहां रात को नहीं रुकना चाहिए, मैं वहां पर रुका।
आगरा के बारे में लोग कहते थे कि वहां के सर्किट हाउस में न रुकें, वहां भूत आता है तो मैंने जवाब देते हुए कहा कि भूत का साक्षात्कार करूंगा और सर्किट हाउस में रुका।
जब जिद हो तो कोई बाधा आपके मार्ग की बाधा नहीं बन सकती है, जिद स्वार्थ की नही विकास की होनी चाहिए। समाज और राष्ट्र से जुड़े कार्य की होनी चाहिए।
टेक्नाेलाॅजी किसी को बेराेजगार नहीं करती
वर्तमान में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आने पर नौकरियों के खतरे की चर्चा खूब है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि टेक्नालाजी किसी को बेरोजगार नहीं करती है, बल्कि विकास के नई राह दिखाती है। बस जरूरी यह है कि हम इसे किस रूप में लेते हैं।
कंप्यूटर आने पर भी नौकरी जाने का खतरा बताकर आंदोलन किए गए। लेकिन इससे नौकरी नहीं गई। उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक उर्वरा भूमि है, किसान नई टेक्नाेलाॅजी का इस्तेमाल करें, जल प्रबंधन में , नदियों के पुनरोद्धार के बारे में नई तकनीक का इस्तेमाल करें।
पहले लोगों के पास मोबाइल नहीं थे लेकिन मुमकिन है कि भविष्य में मोबाइल ही सबसे जरूरी हो, आज हम टेलीमेडिसिन का लाभ ले रहे हैं। कुछ साल बाद मोबाइल ही डाॅक्टर की तरह कार्य कर लोगों की बीमारी के बारे में बताए और उपचार के तरीके बताए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।