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    Ghaziabad News: डासना जेल में 2 घंटे के भीतर दो कैदियों की बिगड़ी हालत, इलाज के दौरान मौत से मचा हड़कंप

    गाजियाबाद के डासना जेल में सोमवार को दो कैदियों की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एक कैदी लोनी और दूसरा खोड़ा का रहने वाला था। जेल प्रशासन ने आनन-फानन में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाने का फैसला किया है। दोनों कैदी अस्थमा से पीड़ित थे।

    By Madan Panchal Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Tue, 26 Aug 2025 08:25 AM (IST)
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    सांकेतिक तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिला कारागार डासना में सोमवार को दो घंटे में दो कैदियों की हालत अचानक खराब हो गई। दोनों को गंभीर हालत में संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया,जहां उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई।

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    अस्पताल प्रबंधन की ओर से इस संबंध में स्थानीय पुलिस को सूचना भेजकर दोनों का पोस्टमार्टम कराने का अनुरोध किया है। पुलिस सूचना के अनुसार डासना जेल से विचाराधीन कैदी धर्मेंद्र को सोमवार को 1:05 बजे इमरजेंसी में गंभीर हालत में लाया गया, उपचार के दौरान 1:50 बजे धर्मेंद्र की मौत हो गई।

    धर्मेन्द्र महामाया कुंज लोनी का रहने वाले था और लोनी बार्डर पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था। इसके अलावा सीने में दर्द होने के बाद सांस लेने में परेशानी होने पर बंदी वाजिद को 2:30 बजे अस्पताल की इमरजेंसी में गंभीर हालत में लाया गया।

    उपचार के दौरान 3:00 बजे कैदी की मौत हो गई। वाजिद खोड़ा की कॉलोनी शंकर विहार का रहने वाले था और उसे खोड़ा पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था। दोनों को मृत घोषित करते हुए इमरजेंसी मेडिकल अफसर की ओर से स्थानीय पुलिस को सूचना भेज दी गई है ।

    दोनों शवों का मेडिकल बोर्ड की देखरेख में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। खास बात यह है कि अब चार हजार से अधिक बंदियों की सेहत की जांच के लिए आनन-फानन में चिकित्सा विभाग द्वारा मंगलवार को विशेष जांच शिविर आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसमें विशेषज्ञों की टीम जेल पहुंचकर बंदियाें की सेहत की जांच करेगी। विशेषज्ञों में फिजिशियन, त्वचा रोग, ईएनटी, नेत्र रोग,हड्डी रोग और मनोचिकित्सक भी जांच करेंगे।

    विचाराधीन बंदी 27 वर्षीय वाजिद जेल में 20 नवंबर 2024 से बंद था। अस्थमा के चलते सांस लेने में परेशानी होने पर संयुक्त अस्पताल इलाज को भेजा गया,जहां उपचार के दौरान वाजिद की मौत हो गई। इसके अलावा विचाराधीन बंदी 60 वर्षीय धर्मेन्द्र उर्फ राजू जेल में 20 जुलाई 2025 से बंद था। अस्थमा के चलते सांस लेने में परेशानी होने पर संयुक्त अस्पताल इलाज को भेजा गया। चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।

    - सीताराम शर्मा, जेल अधीक्षक,  जिला करागार डासना