जेल में बंद दो कैदियों भगाने की साजिश रचने वाले दो सिपाही गिरफ्तार, पेशी के समय ऑफर सुनकर बहके कदम
गाजियाबाद में दो सिपाहियों राहुल और सचिन को जेल में बंद दो कैदियों को भगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उन्होंने पेशी के दौरान कैदियों से लालच लेकर उन्हें भगाने की साजिश रची। ये सिपाही बिना अनुमति के जेल गए और कैदियों को ले जाने की जिद कर रहे थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जेल में बंद दो कैदियों को भगाने के प्रयास के आरोप में पुलिस लाइन में तैनात सिपाही राहुल और सचिन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिन बंदियों को भगाने का प्रयास किया उनमें एक आरोपित वंश लूट, चोरी और अवैध हथियार रखने के आरोप में जेल में बंद हैं। दूसरा अरोपित बिजेंद्र हापुड़ की मोनाड यूनिवर्सिटी में मार्कशीट और डिग्री के फर्जीवाड़े के आरोप में जेल बंद है। दोनों सिपाहियों के खिलाफ पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक चंद्रभान सिंह ने कवि नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
पेशी के दौरान सिपाहियों को दिया लालच
राहुल 2015 व सचिन 2016 बैच के सिपाही हैं। सचिन और राहुल की पूर्व में बंदियों को कोर्ट में पेश करने के लिए ड्यूटी लगी थी। इस दौरान वह बिजेंद्र को कई बार जेल से कोर्ट में पेशी पर ले जा चुका है। तभी सिपाहियों की उससे जान-पहचान हो गई थी। पेशी के दौरान बिजेंद्र व वंश ने सिपाहियों को लालच दिया था।
शनिवार को सचिन और राहुल कागजात लेकर जेल में पहुंचे थे। उन्हें छह कैदियों को ले जाना था लेकिन सिपाही केवल वंश और बिजेंद्र को ही ले जाने की बात पर अड़ गए। दोनों सिपाही सादे कपड़ों में अपने निजी वाहन से पहुंचे थे। छह की बजाय दो बंदियों को ले जाने की बात पर जेल स्टाफ को उन पर शक हुआ।
जेल से इसकी सूचना पुलिस लाइन में प्रतिसार निरीक्षक को दी गई। पुलिस लाइन में इसकी जांच की गई। दोनों सिपाही बिना रवानगी जेल गए थे। उनकी बंदियों को ड्यूटी पेशी पर ले जाने के लिए नहीं लगी थी। जिन कागजात को वह लेकर गए थे वह उन्होंने रिकाॅर्ड से चोरी किए थे।
गणना मुंशी है सचिन
सिपाही सचिन पुलिस लाइन में गणना मुंशी है। उसकी ड्यूटी आमतौर पर जेल से बंदियों को पेशी पर ले जाने के लिए नहीं लगती थी। इसके बाद भी वह बंदियों को पेशी पर ले जाने के लिए जेल गया था। बताया जा रहा है कि बिजेंद्र पर करोड़ों रुपये की संपत्ति है। बिजेंद्र मेरठ के कंकरखेड़ा का रहने वाला है। उसका नाम ग्रेटर नोएडा में बाइक बोट की धोखाधड़ी में भी आया था। जबकि वंश गिरधरपुर थाना बिसरख गौतमबुद्ध नगर का रहने वाला है। वंश पर मारपीट चोरी, लूट, आर्म्स एक्ट आदि धारा में चार मुकदमे दर्ज हैं।
फर्जी डिग्री, मार्कशीट बनाने का है आरोप
जेल में बंद बिजेंद्र सिंह उर्फ बिजेंद्र सिंह हुड्डा सहित 10 लोगों के खिलाफ हापुड़ के पिलखुवा थाने में 18 मई 2025 को एसटीएफ इंस्पेक्टर ओम शंकर शुक्ला की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से 1372 फर्जी मार्कशीट और डिग्री, 262 प्रोविजनल मार्कशीट, 14 मोबाइल, सात लैपाटप, छह लाख 54 हजार रुपये बरामद हुए थे।
आरोपित फर्जी मार्कशीट और डिग्री बेच रहे थे। देशभर में इनका जाल फैला हुआ था। आरोपितों ने मार्कशीट बेचकर करोड़ों रुपये ठगे थे। बिजेंद्र पर धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज हैं। वहीं वंश ने 10 सितंबर को कार सवार मयंक मिश्रा का अपहरण कर स्वजन से 90 हजार रुपये और लाखों की ज्वेलरी वसूल लिए थे।
अपराधियों से गठजोड़ की लंबी है सूची
- अगस्त 2025 में छांगुर बाबा के संबंध होने के आरोप में क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुल रहमान सिददीकी भूमिका सामने आई थी। अब्दुल रहमान को निलंबित कर दिया गया था।
- 2022 में हवालात में बंद कैदी की वीडियो काल करवाने के मामले में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था।
- 30 सितंबर 2025 को साहिबाबाद की सीमा पुरी चौकी प्रभारी सहित चार पुलिसकर्मी हिस्ट्रीशीटर की बर्थडे पार्टी में डांस कर रहे थे। वीडियो प्रसारित होने पर चौकी प्रभारी सहित चारों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था।
"पुलिस लाइन में नियुक्त दो आरक्षी सचिन कुमार एवं राहुल कुमार ने डासना जेल जाकर दो अभियुक्त बिजेंद्र और वंश को भगाने के प्रयास के मामले में गिरफ्तार किया गया। मामले की जांच की जा रही है।"
-सूर्यबली मौर्य, सहायक पुलिस आयुक्त कविनगर
यह भी पढ़ें- साहब! ससुरालियों से मुझे मेरे बेटे को दिलवा दो... प्रताड़ना के बाद विवाहिता ने पुलिस से लगाई गुहार
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।