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    गाजियाबाद में ROB के भूमिपूजन में व्यापारियों का हंगामा, जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

    मोदीनगर में राजचोपले पर आरओबी निर्माण के भूमिपूजन कार्यक्रम में व्यापारियों ने हंगामा किया। उन्होंने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी की क्योंकि आरओबी निर्माण से उनकी दुकानें टूटने का खतरा है। व्यापारियों और अधिकारियों के बीच बहस हुई जिसके बाद आनन-फानन में भूमिपूजन संपन्न हुआ। अधिकारियों ने व्यापारियों को बुधवार को बैठक करने और समाधान निकालने का आश्वासन दिया।

    By Vikas Verma Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 25 Aug 2025 11:02 AM (IST)
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    आरओबी भूमि पूजन के दौरान हंगामा करते व्यापरियों को समझाते भाजपा नेता। जागरण

    जागरण संवाददाता, मोदीनगर। राजचोपले पर आरओबी ( रेलवे ओवरब्रिज) निर्माण कार्य के लिए रविवार को हो रहे भूमिपूजन में व्यापरियों ने हंगामा कर दिया। व्यापरियों ने जनप्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

    जनप्रतिनिधियों व नगरपालिका अधिकारियों से उनकी जमकर नोकझोंक हुई। किसी तरह व्यापरियों को शांत कर आनन फानन में भूमिपूजन किया गया। खास बात है कि भूमिपूजन के लिए सरकारी कार्यक्रम नहीं हुआ। बल्कि जिस कंपनी को आरओबी का ठेका दिया है। उनके द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। क्षेत्र में यह चर्चा का विषय रहा।

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    मोदीनगर में राजचोपले पर आरओबी का निर्माण कार्य होना है। जिसका वर्चुअल उद्धघाटन डेढ़ साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं। रविवार को आरओबी के लिए भूमि पूजन होना था। जिसमे सांसद डॉ. राजकुमार सांगवान, विधायक मोदीनगर डॉ. मंजू शिवाच, नगरपालिका चेयरमैन विनोद वैशाली पहुंचे। साथ ही भाजपा के तमाम नेताओं ने भी हिस्सा लिया।

    सुबह 12 बजे बड़ी संख्या में व्यापारी मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उनका कहना था कि आरओबी निर्माण में उनकी दुकान, प्रतिष्ठान की जगह ली जा रही है।

    ऐसे में जब दुकान व प्रतिष्ठान नहीं रहेंगे तो परिवार का गुजारा कैसे करेंगे। उनके परिवार के सामने आर्थिक तंगी खड़ी हो जाएगी। इसलिए आरओबी के डिजाइन को बदला जाए।

    विकास कार्य में किसी व्यापारी का विनाश ना किया जाए। काफी देर तक हंगामा चला। जिसके बाद बुधवार को व्यापारियों के साथ बैठक कराकर समस्या के समाधान कराने का आश्वासन देकर उन्हें शांत किया गया। व्यापारियों के विरोध को देखते हुए आननफानन में ही भूमिपूजन कर दिया गया।