खोड़ा में क्यों अधर में लटका सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम? भूमि पैमाइश के लिए लेटर लिख चुका है नोएडा प्राधिकरण
खोड़ा में 140 करोड़ की लागत से बनने वाला 66 एमएलडी का एसटीपी का निर्माण भूमि की पैमाइश न होने के कारण अटका हुआ है। नोएडा प्राधिकरण ने जल निगम को पत्र लिखा है लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई। पाइपलाइन बिछाने से सड़कों की हालत खराब है और लोगों को परेशानी हो रही है। नोएडा प्राधिकरण ने पैमाइश की अनुमति दे दी है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। खोड़ा में 66 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति लीटर) का एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) बनाने का कार्य अधर में लटका हुआ है, जबकि एक माह पहले नोएडा प्राधिकरण जल निगम को पत्र भी लिख चुका है। इसके बाद भी अभी तक भूमि की पैमाइश का कार्य पूरा नहीं किया गया है।
नगरपालिका परिषद में खोड़ा थाने के पीछे 140 करोड़ रुपये की लागत से एसटीपी बनाया जाना है। नगरपालिका परिषद ने एसटीपी बनाने के लिए नोएडा विकास प्राधिकरण से नगर पालिका ने दिसंबर 2023 में 16 हजार वर्ग मीटर भूमि खरीदी थी।
उस भूमि पर एसटीपी बनाने के लिए जल निगम को जिम्मेदारी दी गई है। जल निगम के अधिकारियों का कहना था कि बजट और नक्शा तैयार हैं, लेकिन भूमि की नपाई नहीं होने की वजह से काम अटका हुआ था। इसके लिए गाजियाबाद और नोएड़ा के संबंधित अधिकारियों को कई बार कहा गया था कि भूमि की नपाई करा दी जाए। इसके बाद टीम काम शुरू कर सकेगी।
एक माह पहले नोएडा प्राधिकरण जमीन की पैमाइश के लिए पत्र भी लिख चुका है, लेकिन अभी तक भी नहीं हुई है। प्लांट बनाने से पहले नोएडा और दिल्ली की तरफ बहने वाले बड़े दो नालों को आपस में जोड़ा भी जाना है।
इसके बाद चार किलो मीटर पाइप लाइन बिछाकर नाले से सीवेज का पानी एसटीपी तक लाया जाएगा। लाइन डालने का कार्य प्लांट बनने से पहले ही शुरू कर दिया गया था, जो अभी रूका हुआ है। अभी तक नालों का पानी बिना शोधित किए युमना और हरनंदी नंदी में डाला जा रहा है।
पाइप लाइन बिछने के सड़क पर गड्ढे करके छोड़े लोग परेशान
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि प्लांट बना नहीं है। पाइपलाइन बिछाने के लिए कई जगहों पर सड़कों को खोद दिया गया है, जिससे आम लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क टूटी होने से धूल और कीचड़ की समस्या बढ़ गई है, वहीं ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बनी रहती है। वर्षा होने की वजह से परेशानी और अधिक बढ़ जाती है।
नोएडा प्राधिकरण ने जमीन की पैमाइश की अनुमति दे दी है। जिस जमीन पर एसटीपी बनना है उसमें नगर पालिका की भी जमीन है, जिसकी नपाई के लिए तहसील को पत्र लिखकर अनुमति मांगी गई है। पैमाइश होते ही एसटीपी निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
- अरुण प्रताप, अधिशासी अभियंता, जल निगम
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