गाजियाबाद में अचानक बढ़ने लगे रोगी, उल्टी-दस्त के बाद बेहोश हुए दो लोगों की मौत; 22 मरीज अस्पताल में भर्ती
गाजियाबाद में बारिश के चलते बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। बुखार उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है और अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। जिला एमएमजी अस्पताल में उल्टी-दस्त से दो लोगों की मौत हो गई। ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ने से बेड कम पड़ रहे हैं जिसके कारण मरीजों को अन्य अस्पतालों में भेजा जा रहा है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। लगातार हो रही बारिश के चलते बुखार,उल्टी-दस्त और खांसी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। टायफायड, डेंगू और मलेरिया के मरीज भी रोज मिल रहे हैं।जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को उल्टी-दस्त के बाद बेहोश हुए दो लोगों की मौत हो गई। 22 मरीजों को गंभीर हालत में भर्ती किया गया है।
इमरजेंसी ओपीडी रिकार्ड के मुताबिक हिंडन विहार के रहने वाले 64 वर्षीय जय भगवान को स्वजन बेहोशी की हालत में लेकर पहुंचे। ईएमओ के पूछने पर स्वजन ने बताया कि जय भगवान को तीन-चार दिन से उल्टी-दस्त के साथ बुखार हो रहा है।
जांच के बाद ईएमओ ने जय भगवान को मृत घोषित कर दिया। इसके अलावा विजयनगर की रहने वाली 95 वर्षीय सावित्री देवी को बेहोशी की हालत में इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। ईएमओ ने जांच के बाद सावित्री को भी मृत घोषित कर दिया। सावित्री को बुखार,उल्टी-दस्त के साथ सांस लेने में परेशानी हो रही थी।
शुक्रवार को अवकाश के चलते ओपीडी 11 बजे तक ही चली। ऐसे में सौ से अधिक मरीज बिना इलाज कराये निराश होकर वापस घर लौट गये। दोनों जिला अस्पतालों की ओपीडी में कुल 1750 मरीज पहुंचे। इनमें 320 बीमार बच्चे शामिल हैं । ओपीडी में पहुंचे मरीजों में 32 बच्चों समेत बुखार के 200 मरीज शामिल रहे।
सीएमएस के अनुसार बुखार, खांसी और उल्टी-दस्त के सबसे अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। मरीज अधिक पहुंचने और सर्जिकल वार्ड को खाली कराने के बाद मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड कम पड़ रहे हैं।
अस्पताल की ओर से अब मरीजों को जिला एमएमजी अस्पताल से संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल और डूंडाहेडा अस्पताल भेजा जा रहा है। इन दोनों अस्पतालों में कम मरीज भर्ती हो रहे हैं। बेड भी उक्त दोनों अस्पतालों में खाली पड़े हैं।
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