गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद पशु काटने के मामलों में टॉप 15 जिलों में शामिल, रिपोर्ट में खुलासा
गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर प्रदेश में पागल जानवरों के काटने के मामलों में टॉप 15 में हैं। 2024 की सूची में आगरा पहले स्थान पर है। सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ है। 92% लोग आवारा कुत्तों के काटने पर वैक्सीन लगवा रहे हैं। साढ़े तीन साल में गाजियाबाद में 3.07 लाख लोगों ने एआरवी लगवाई है। जिला एमएमजी अस्पताल में मुफ्त टीकाकरण उपलब्ध है।

मदन पांचाल, गाजियाबाद। गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद पागल जानवरों के काटने के मामले में प्रदेश के टॉप 15 जिलों में शामिल हैं। उत्तर प्रदेश में संचालित राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम के संयुक्त निदेशक डॉ. पंकज सक्सेना द्वारा वर्ष 2024 के आधार पर जारी 15 जिलों की सूची में आगरा पहले नंबर पर है। दूसरे नंबर पर लखनऊ और तीसरे नंबर पर आजमगढ़ है।
पागल जानवरों के काटने पर सबसे अधिक लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने के लिए सरकारी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। इस सूची में बुलंदशहर छठे, गौतमबुद्धनगर आठवें, मेरठ ग्यारहवें और गाजियाबाद 12वें स्थान पर है। इस रिपोर्ट के अनुसार मेरठ मंडल के चार जिलों में राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण के लिए विशेष योजना बनाई जा रही है। गली-मोहल्लों में संचालित स्वास्थ्य केंद्रों पर एआरवी लगाने की तैयारी की जा रही है।
इस रिपोर्ट के अनुसार आवारा कुत्तों के काटने पर 92 फीसदी लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लगवा रहे हैं। बाकी आठ फीसदी लोग बंदर, चूहे और बिल्ली के काटने पर एआरवी लगवा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आवारा कुत्तों को शेल्टर होम में रखने की योजना बनाई जा रही है, लेकिन घायलों की बढ़ती संख्या से रेबीज संक्रमण का डर बढ़ रहा है।
यह हाल तब है, जब एआरवी निशुल्क लगाई जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साढ़े तीन साल में गाजियाबाद में 3.07 लाख लोगों ने कुत्ते, बिल्ली और बंदरों के काटने पर एआरवी लगवाई है। चालू वित्तीय वर्ष के पांच महीनों में 10,725 लोगों ने जिला एमएमजी अस्पताल में आकर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई है।
इनमें से 4681 लोगों को सिर्फ आवारा कुत्तों ने काटा है। 2697 लोगों को पालतू कुत्तों, 1614 लोगों को बिल्लियों, 1519 लोगों को बंदरों और 193 लोगों को चूहों ने काटा है। सोमवार को दोनों अस्पतालों में 59 बच्चों समेत कुल 305 लोगों ने एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई है। इनमें 156 लोग शामिल हैं जिन्हें पहली खुराक मिल चुकी है।
राज्य के 15 जिलों का विवरण
जिला | पागल जानवर के काटने के कुल मामले |
---|---|
आगरा | 174060 |
लखनऊ | 173759 |
आजमगढ़ | 171568 |
बरेली | 169816 |
बदायूं | 166752 |
बुलन्दशहर | 161588 |
अलीगढ | 142146 |
गौतमबुद्धनगर | 133545 |
वाराणसी | 131457 |
प्रयागराज | 131143 |
मेरठ | 128501 |
गाजियाबाद | 107724 |
अयोध्या | 100341 |
जौनपुर | 100294 |
हाथरस | 93438 |
जिला एमएमजी अस्पताल की पांच माह की रिपोर्ट
जानवर का नाम | अप्रैल | मई | जून | जुलाई | अगस्त |
---|---|---|---|---|---|
कुत्ते | 1508 | 1503 | 1222 | 1284 | 1853 |
आवारा | 905 | 977 | 778 | 835 | 1186 |
पालतू | 603 | 526 | 452 | 449 | 667 |
बिल्ली | 348 | 462 | 188 | 535 | 81 |
बंदर | 395 | 323 | 451 | 278 | 72 |
चूहे | 69 | 23 | 29 | 43 | 29 |
कुल | 2320 | 2411 | 1890 | 2140 | 2035 |
वर्ष में कुत्ते के काटने के कुल मामले
वर्ष | कुत्ते के काटने के कुल मामले |
---|---|
2022 | 56299 |
2023 | 75561 |
2024 | 104389 |
2025 | 49917 |
एंटी-वायरस सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक डॉ. नितिन से रेबीज़ का टीका लगवाने के लिए परामर्श लिया जा सकता है। इसके बाद, आपातकालीन स्थिति में 24 घंटे निःशुल्क एआरवी और एआरएस लगाने की व्यवस्था है।
- डॉ. राकेश कुमार सिंह, सीएमएस, जिला एमएमजी अस्पताल
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