गाजियाबाद के 6 लाख करदाताओं को बड़ी राहत, बढ़ा हुआ हाउस टैक्स किया गया निरस्त
गाजियाबाद नगर निगम ने संपत्ति कर में बढ़ोतरी का फैसला विरोध के बाद वापस ले लिया है जिससे लगभग छह लाख करदाताओं को राहत मिली है। महापौर सुनीता दयाल की अध्यक्षता में हुई बोर्ड बैठक में पार्षदों ने इस बढ़ोतरी का विरोध किया। अब संपत्ति कर में बढ़ोतरी को दो महीने के लिए स्थगित कर दिया गया है। अधिकारियों को नई नीति बनाने के लिए कहा गया है।

डिजिटल डेस्क, साहिबाबाद। गाजियाबाद नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स में बढ़ोतरी का फैसला विरोध के बाद वापस ले लिया है। संपत्ति कर में बढ़ोतरी दो महीने के लिए स्थगित किया गया है। इस फैसले से गाजियाबाद के लगभग छह लाख करदाताओं को फिलहाल बड़ी राहत मिली है।
संपत्ति कर में बढ़ोतरी के विरोध में नगर निगम की बोर्ड बैठक आज सोमवार (30 जून) को बुलाई गई। बोर्ड बैठक में संपत्ति कर में बढ़ोतरी का सभी पार्षदों ने जमकर विरोध किया। बैठक में गाजियाबाद नगर निगम की महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि संपत्ति कर में बढ़ोतरी के लिए अधिकारी नई नीति बनाएं।
बता दें कि नगर निगम द्वारा डीएम सर्किल रेट के आधार पर संपत्ति कर बढ़ाने का शहर में लगातार विरोध हो रहा था, जिसके बाद बढ़ा हुआ हाउस टैक्स निरस्त किया गया है। महापौर सुनीता दयाल ने बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। इसमें सभी पार्षद और निगम अधिकारी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले, वसुंधरा के लोगों ने चंद्रशेखर पार्क में रविवार को हाउस टैक्स में तीन से चार गुना हुई वृद्धि को लेकर बैठक कर रोष जताया था। लोगों ने मांग की थी कि इस पर नगर निगम को जल्द रोक लगानी चाहिए।
फेडरेशन सचिव ऋचा त्यागी ने कहा था कि अगर नगर निगम की बोर्ड बैठक में सदन गृह कर वृद्धि रोकने में विफल रहता है तो इसे जनता की अवहेलना करार देते हुए जनप्रतिनिधियों सहित पूरे नगर निगम के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन मंगलवार से ही शुरू हो जायेंगे।
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