Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गाजियाबाद की सोसायटी में बदहाली के खिलाफ खिलौनों की जगह पोस्टर थामे दिखे मासूम, बिल्डर पर लगाए गंभीर आरोप

    गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक स्थित पंचशील वेलिंगटन सोसायटी के निवासियों ने सोसायटी की बदहाली के खिलाफ प्रदर्शन किया। निवासियों का आरोप है कि जर्जर इमारत ख़राब लिफ्ट और गंदगी के कारण वे खराब हालातों में रहने को मजबूर हैं। बच्चों के खेलने के पार्क भी बदहाल हैं और सुरक्षा व्यवस्था भी ठीक नहीं है।

    By lakshay chaudhary Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 25 Aug 2025 10:14 AM (IST)
    Hero Image
    बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन करते पंचशील विलिंग्टन सोसायटी के बच्चे व लोग। सौ. सुधी पाठक

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जीवनभर की कमाई लगाकर लोग जब अपना घर खरीदते हैं, तो वो सिर्फ चार दीवारें नहीं, बल्कि सपनों का संसार खरीदते हैं, लेकिन क्रॉसिंग रिपब्लिक स्थित पंचशील वेलिंगटन सोसायटी में रहने वाले लोगों का कहना है कि पंचशील वेलिंगटन सोसायटी में सपनों का घर बदहाली, लापरवाही और खतरे में तब्दील हो चुका है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोसायटी के लोगों का आरोप है कि बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक रोज जर्जर इमारत, खराब लिफ्ट, गंदगी और सुरक्षा की लापरवाही के बीच जीने को मजबूर हैं। हालात इतने खराब हैं कि अब छोटे-छोटे बच्चे भी अपने हक और सुरक्षित माहौल की मांग को लेकर पोस्टर और तख्तियां थामकर आंदोलन में उतर आए हैं।

    सोसायटी के टावरों की हालत दिन प्रति दिन खस्ताहाल होती जा रही है। जगह-जगह से प्लास्टर गिर रहा है, लिफ्ट आए दिन खराब रहती है, जिससे बुजुर्गों और बीमार लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। निवासियों का कहना है कि बार-बार शिकायत के बावजूद बिल्डर सिर्फ आश्वासन देता है, लेकिन हकीकत में कोई सुधार नहीं होता है।

    बच्चों के खेलने के लिए बनाए गए पार्कों की हालत बदहाल है। कई पार्क अब पार्किंग में बदल गए हैं। इसके अलावा बेसमेंट में जमा कचरा और पानी से पूरी सोसायटी में असहनीय दुर्गंध फैल रही है। वहीं, सुरक्षा के नाम पर सोसायटी बिल्कुल असुरक्षित है। सिक्योरिटी गार्ड्स की संख्या कम कर दी गई है, सीसीटीवी कैमरे लंबे समय से बंद पड़े हैं और इंटरकाम भी काम नहीं करता।

    निवासियों ने बताया कि बिल्डर ने अभी तक सोसायटी को एओए को हैंडओवर नहीं किया है। मेंटेनेंस का पैसा हर महीने निवासियों से वसूला जाता है, लेकिन उसका इस्तेमाल कहां हो रहा है। इसका कोई हिसाब नहीं मिलता। इस संबंध में मेंटेनेंस मैनेजर अवधेश से फोन पर संपर्क किया गया, लेकिन उनका फोन बंद मिला।