गाजियाबाद के लोगों को कब मिलेगी आवारा कुत्तों से निजात? बधियाकरण पर 4 साल में खर्च किए 1.80 करोड़ रुपये
गाजियाबाद नगर निगम ने पिछले चार सालों में कुत्तों की नसबंदी पर 1.80 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार निगम 2021 से नसबंदी कार ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। नगर निगम ने चार साल में कुत्तों के बधियाकरण पर एक करोड़ 80 लाख रुपये का खर्च किया है। वसुंधरा निवासी प्रसून पंत ने सूचना के अधिकार के तहत निगम से कुत्तों के बधियाकरण पर खर्च होने वाली राशि का ब्यौरा मांगा। इसके जवाब में निगम की ओर से खर्च धनराशि की जानकारी दी गई।
करोड़ों खर्च के बावजूद कम नहीं हुई संख्या
प्रसून का आरोप है कि करोड़ों खर्च के बाद भी शहर में कुत्तों की संख्या कम नहीं हुई है। प्रसून पंत ने बताया कि गाजियाबाद नगर निगम ने वर्ष 2021 से गाजियाबाद में आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण पर 1.8 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं।
उन्होंने बताया कि आरटीआई में कहा गया है कि 24 सितंबर 2024 से फ्रेंडिकोज एनजीओ के साथ साझेदारी में नसबंदी कार्यक्रम चल रहा है, जो प्रति कुत्ते 1205 रुपये चार्ज कर रहा है। आरटीआई के जवाब में नसबंदी और टीकाकरण के लिए एबीसी हेल्पलाइन नंबर भी दिया गया है।
उनका आरोप है कि इतनी बड़ी रकम खर्च करने के बावजूद शहर में और खासकर वसुंधरा सेक्टर-17 कोणार्क एंक्लेव और आसपास के इलाकों में कुत्तों की आबादी बढ़ती जा रही है। कई आवारा कुत्ते गेटेड सोसायटियों में घुस आते हैं।
नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनुज ने बताया कि कुत्तों की संख्या में धीरे-धीरे ही कमी आएगी। ऑपरेशन ही इसका एकमात्र उपाय है। नगर निगम का तीसरा एबीसी सेंटर बन रहा है। तीनों सेंटर के एक साथ काम करने के बाद परिणाम लोगों को दिखने लगेंगे।

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