NCR से 150 से ज्यादा गाड़ियां चोरी करने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार, 36 साल की उम्र में दर्ज हैं 73 मामले
साहिबाबाद और लिंकरोड पुलिस ने संयुक्त अभियान में एनसीआर क्षेत्र में 150 से ज्यादा गाड़ियां चुराने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। मुठभेड़ के बाद गिरोह के सरगना और उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में पता चला है कि सरगना पर पहले से ही 73 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उनके पास से हथियार और चोरी की गाड़ियां बरामद की हैं।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। लिंकरोड व साहिबाबाद पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ के बाद एनसीआर क्षेत्र में 150 से अधिक वाहन चोरी करने वाले गिरोह के सरगना को दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है।
मुठभेड़ में गिरोह का सरगना पुलिस की गोली लगने से घायल हुआ है। जांच में पता चला है कि आरोपित पर 36 साल की उम्र में ही वाहन चोरी के 73 मामले दर्ज हैं और आरोपित अपने साथियों के साथ चोरी के वाहनों को क्षेत्र में छुपाने के लिए आया था। पुलिस ने आरोपितों के पास से हथियार, चोरी की तीन कार, कार चोरी में प्रयुक्त होने वाले उपकरण और फर्जी नंबर प्लेट बरामद की हैं।
एसीपी साहिबाबाद श्वेता यादव ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि लिंक रोड थाना क्षेत्र से 10 दिन पूर्व चोरी हुई एक अल्टो कार चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्य क्षेत्र में आने वाले हैं। इस पर पुलिस ने औद्योगिक क्षेत्र साइट में सूर्य नगर रेलवे पुल के पास बैरियर लगाकर चेकिंग शुरू कर दी।
इस दौरान पुलिस ने दो कारें को रुकने का इशारा किया तो कार सवाराें ने बैरियर में टक्कर मारी और भागने का प्रयास किया। पुलिस ने पीछा किया तो पीछे वाली कार में मौजूद युवक ने पुलिस पर गोली चला दी। पुलिस ने पीछा किया तो आरोपित ने दोबारा से फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने उसे दबोच लिया।
एसीपी ने बताया कि पकड़े गए बदमाश की पहचान अनिल कुमार निवासी ग्राम जवां सिकंदरपुर अलीगढ़ के रूप में हुई जबकि उसके साथी अनिल उर्फ महाराज निवासी अमन विहार नार्थ वेस्ट दिल्ली को भी पुलिस ने दबोच लिया। दोनों से पूछताछ के बाद इनके तीसरे साथी अनिल भूषण निवासी ग्राम ओछी फरीदाबाद को भी चोरी की कार के साथ गिरफ्तार किया गया।
10 साल में चोरी के 73 मामले हुए दर्ज
एसीपी साहिबाबाद श्वेता यादव ने बताया कि अनिल गिरोह का सरगना है और पिछले करीब 10 साल से वाहन चोरी कर रहा है। वह 2008 में शराब की तस्करी करता था, शराब तस्करी में जेल गया था। जेल में उसकी वर्ष 2010 में मुलाकात वाहन चोर जाकिर से हुई।
इसके बाद अनिल ने शराब तस्करी छोड़ वाहन चोरी करना शुरू कर दिया था। पिछले 10 साल में वह 150 से ज्यादा कार चोरी कर चुका है। अनिल के खिलाफ 36 साल की उम्र में अलीगढ़, दिल्ली, हरियाणा में वाहन चोरी, शस्त्र अधिनियम, गैंगस्टर, शराब तस्करी और एनडीपीएस एक्ट के तहत 73 मुकदमे दर्ज हैं।
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वह नई कारों को नंबर प्लेट बदलकर बेच देते हैं और पुरानी को कबाड़ में कटवा देते हैं। मारुति की कार वह अधिक चोरी करते हैं क्योंकि उनका लाक अासानी से खुलता है।
15 दिन में ही चोरी की थी कई कार
एसीपी श्वेता यादव ने बताया कि बरामद कारों में स्विफ्ट कार 12 दिन पहले दिल्ली से चोरी की गई थी और थी और ब्रेजा को फरीदाबाद से आठ दिन पहले चोरी किया था। 12 दिन पूर्व सूर्यनगर क्षेत्र से चोरी की गई अल्टो को कबाड़ी से कटवा दिया गया था। बरामद आइ-10 कार 12 दिन पहले वंसतकुंज दिल्ली से चोरी की थी। एक कार फिरोजाबाद से चोरी की थी, इसे भी कटवा दिया गया था।
जेल में हुई मुलाकात तो बना लिया अपना गिरोह
एसीपी श्वेता यादव ने बताया कि दो साल पूर्व अनिल की मुलाकात शातिर वाहन चोरों अनिल भूषण से फरीदाबाद व दिल्ली जेल में अनिल उर्फ मेहराज से हुई। इनसे मुलाकात के बाद पकड़े गए अनिल ने अपना गिरोह बनाया और अनिल भूषण की मदद से फर्जी दस्तावेजों पर वाहन बेचने वालों से संपर्क कर वाहनों को खंपाना शुरू किया। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह की तलाश एसटीएफ भी कर रही थी।
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