'हमें एएआईबी पर पूरा विश्वास, पश्चिमी मीडिया कयास न लगाए', विमान हादसे की रिपोर्ट पर बोले नायडू
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने अहमदाबाद विमान हादसे पर एएआईबी की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार करने की बात कही है। उन्होंने पश्चिमी मीडिया से जल्दबाजी में टिप्पणी न करने का आग्रह किया। मंत्री ने कहा कि ब्लैक बॉक्स का डेटा भारत में ही डिकोड किया गया है। सरकार विमानन सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने कहा है कि वह अहमदाबाद विमान हादसे पर भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने खास तौर पर पश्चिमी मीडिया से अपील की है कि जल्दबाजी में कुछ भी बोलना ठीक नहीं है। जिस तरह पश्चिमी मीडिया लेख प्रकाशित करने का प्रयास कर रहा है, उसमें उनका स्वार्थ निहित हो सकता है। उन्हें एएआईबी पर विश्वास है। उन्होंने ये बातें हिंडन एयरपोर्ट पर नई उड़ानों को हरी झंडी देते हुए मीडिया से कहीं।
मंत्री ने एएआईबी की सराहना करते हुए कहा कि ब्लैक बाक्स का डेटा भारत में ही सफलतापूर्वक डिकोड कर लिया। उन्होंने ब्लैक बाक्स को पूरी तरह डिकोड करने और डेटा भारत में ही निकालने का काम किया है। यह बड़ी उपलब्धि है।
पहले जब कभी ब्लैक बाक्स को नुकसान होता था तो डेटा निकालने के लिए उसे विदेश भेजा जाता था। यह पहली बार हुआ है जब एएआईबी डेटा को सफलतापूर्वक यहीं डिकोड कर लिया है। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक कोई निष्कर्ष निकालना उचित नहीं होगा।
अंतिम रिपोर्ट नहीं आने तक कोई भी टिप्पणी करना किसी के लिए भी सही नहीं होगा। रिपोर्ट का पूरा अध्ययन कर रहे हैं और सुरक्षा के दृष्टि से जो भी जरूरी होगा वह करने के लिए तैयार हैं। सरकार विमानन सुरक्षा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
विमान हादसे में हुई थी 260 लोगों की मौत
12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल हवाई अड्डे से बोइंग 787-8 विमान (फ्लाइट एआइ 171) उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। दुर्घटना में 260 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें 229 यात्री, 12 चालक दल के सदस्य और 19 लोग उस मकान और उसके आसपास थे। इस हादसे में एक यात्री बच गया था।
एएआईबी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट
एएआईबी ने विमान हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी। विमान ने भारतीय समयानुसार एक बजकर 38 मिनट 42 सेकंड पर अधिकतम दर्ज की गई गति 180 नाट्स आइएएस हासिल की। एक सेकेंड बाद ही इंजन- एक और इंजन- दो के ईंधन कटआफ स्विच हो गए। काकपिट वायस रिकार्डिंग के अनुसार कहा गया कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि उसने ईंधन स्विच आफ क्यों किया। तो वह जवाब देता है कि उसने ऐसा नहीं किया। इसके बाद विमान ने ऊंचाई खोनी शुरू कर दी। यह केवल प्रारंभिक रिपोर्ट थी। अंतिम रिपोर्ट आने से पहले ही विदेशी मीडिया पायलट की गलती बता रहा है।
एएआईबी क्या है
भारत सरकार ने एएआईबी की स्थापना 30 जुलाई, 2012 को की थी। एएआईबी नागरिक विमानन मंत्रालय के अधीन है। यह स्वतंत्र रूप से विमान हादसों की जांच करता है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।