जननी सुरक्षा योजना में भी नहीं चला मंत्र एप का जादू, 1578 महिलाओं के खाते में नहीं पहुंची अनुदान की राशि
गाजियाबाद में जननी सुरक्षा योजना का हाल बेहाल है। प्रसव के बाद भी महिलाओं को अनुदान नहीं मिल रहा। अप्रैल से अगस्त तक 1500 से ज्यादा महिलाएं इंतजार कर रही हैं। मंत्र एप भी भुगतान में विफल रहा है। ग्रामीण महिलाओं को 1400 और शहरी महिलाओं को 1000 रुपये मिलने हैं। अधिकारी त्रुटियों को ठीक करने की बात कह रहे हैं।

मदन पांचाल, जागरण गाजियाबाद। संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए संचालित जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाइ) में मंत्र एप का भी जादू नहीं चल रहा है। प्रसव के महीनों से सालों बाद तक लाभार्थियों के खातों में अनुदान की धनराशि नहीं पहुंच पा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की अप्रैल से लेकर अगस्त माह तक की रिपोर्ट में पता चला है कि डेढ़ हजार से अधिक महिलाएं अनुदान का इंतजार कर रहीं हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस अवधि में जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित सरकारी अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी और यूपीएचसी पर कुल 7281 प्रसव कराए गये।
इसके सापेक्ष 5703 महिलाओं के खातों में ही अनुदान की राशि पहुंची है। 1578 महिलाएं इस अनुदान की राशि की बाट जोह रहीं हैं। कई महिलाओं के बच्चे की उम्र एक से दो साल तक हो गई है। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को 1400 रुपये और शहरी महिलाओं को एक हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है।
इसके अलावा आशा कार्यकर्ता को भी प्रति प्रसव के छह सौ रुपये का भत्ता दिया जाता है। रिपोर्ट के अनुसार डूंडाहेड़ा अस्पताल और सीएचसी बम्हैटा से तो एक भी महिला के खाते में अनुदान नहीं भेजा है।
बता दें कि प्रदेश स्तर से एक अप्रैल 2025 से मंत्र एप के माध्यम से प्रसव के तुरंत बाद भुगतान जारी करने की व्यवस्था की गई है लेकिन यह सिस्टम पूरी तरह से प्रभावी नहीं हो पा रहा है। पता चला है कि दो महीने से अनुदान जारी करने की प्रक्रिया बंद पड़ी है।
अप्रैल से अगस्त 2025 तक जननी सुरक्षा योजना के अनुदान का विवरण
अस्पताल | प्रसव | भुगतान | लंबित |
---|---|---|---|
सीएचसी डासना | 815 | 695 | 120 |
सीएचसी लोनी | 1751 | 1258 | 493 |
सीएचसी भोजपुर | 404 | 359 | 45 |
सीएचसी मोदीनगर | 280 | 227 | 53 |
सीएचसी मुरादनगर | 603 | 460 | 143 |
जिला महिला अस्पताल | 2494 | 2078 | 416 |
जिला संयुक्त अस्पताल | 354 | 273 | 81 |
50 बेडेड लोनी अस्पताल | 438 | 313 | 125 |
सीएचसी बम्हैटा | 35 | 0 | 35 |
50 बेडेड डूंडाहेडा | 19 | 0 | 19 |
नगरीय स्वास्थ्य केंद्र | 88 | 40 | 48 |
अस्पताल एवं सीएचसी स्तर पर लाभार्थियों का पूरा रिकार्ड निकलवाकर लंबित भुगतान को संबंधित खातों में भेजने को सख्त निर्देश दिये गये हैं। कुछ महिलाओं के बैंक खातों में त्रुटियां मिलने से भुगतान लंबित है। इसे ठीक कराया जा रहा है।
- डॉ. अखिलेश मोहन, सीएमओ
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।