गाजियाबाद में भीषण गर्मी का कहर, अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या बढ़ी; डॉक्टरों ने दी बचाव की सलाह
गाजियाबाद में भीषण गर्मी और उमस के चलते अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। बुखार उल्टी दस्त और त्वचा संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले सात दिनों में बुखार से पांच बच्चों की मौत हो गई है। डॉक्टरों ने लोगों को सावधानी बरतने तरल पदार्थ लेने और स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी है। एंटी-रेबीज वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। उमस भरी गर्मी के चलते सरकारी अस्पतालों के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) और आपातकालीन कक्ष (इमरजेंसी) में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
बुखार, उल्टी, दस्त, सांस लेने में तकलीफ, निमोनिया, पेट दर्द, जोड़ों में दर्द और त्वचा संबंधी समस्याओं से पीड़ित मरीजों की संख्या खास तौर पर अधिक है। पिछले सात दिनों में बुखार, उल्टी और दस्त से पांच बच्चों की मौत हो चुकी है।
शनिवार को जिला एमएमजी अस्पताल, संजयनगर स्थित संयुक्त चिकित्सालय और डूंडाहेड़ा अस्पताल के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में कुल 3,653 मरीज आए। इनमें 1,667 महिलाएं, 1,456 पुरुष और 627 बच्चे शामिल थे। बुखार से पीड़ित 474 मरीजों में 68 बच्चे थे। ओपीडी में पहुंचे 32 लोगों को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया, जिनमें 18 बच्चे शामिल हैं।
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विनयकांत ने बताया कि इस बार बुखार के साथ जोड़ों में दर्द की शिकायत अधिक आ रही है। बुखार उतरने के बाद मरीज कमर दर्द, हाथ दर्द, कंधे में दर्द और घुटनों में दर्द की शिकायत कर रहे हैं। सभी को तरल पदार्थों का सेवन बढ़ाने और पाँच दिनों तक फिजियोथेरेपी कराने की सलाह दी जा रही है।
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. दिव्या द्विवेदी ने बताया कि सुबह से शाम तक पसीने के कारण फंगल इन्फेक्शन के मरीज़ बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में पहुँच रहे हैं। दिन में दो से तीन बार नहाने, पंखे या कूलर के नीचे बैठने और खूब पानी पीने की सलाह दी जा रही है।
इस मौसम में ये सावधानियां बरतें
साफ पानी पिएं। कटे हुए फल और बासी खाने से बचें। बाहर का खाना बंद करें। घर में पानी जमा न होने दें। रात में मच्छरदानी लगाकर सोएँ। पूरी बाजू के कपड़े पहनें। सुबह योग करें। सात घंटे की नींद लें। बुखार होने पर केवल पीसीएम टैबलेट लें। जाँच के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
36 बच्चों समेत 308 लोगों को एंटी-रेबीज वैक्सीन लगाई
शनिवार को कुत्ते, बिल्ली और बंदरों के काटने वाले कुल 308 लोग एंटी-रेबीज वैक्सीन लगवाने सरकारी अस्पतालों में आए। डॉ. नितिन प्रियदर्शी ने बताया कि इनमें 36 बच्चों समेत 119 लोगों को पहली खुराक दी गई।
जिला एमएमजी अस्पताल में 202 लोगों में से 85 लोगों को पहली खुराक दी गई, जिनमें 15 बच्चे शामिल थे। संयुक्त अस्पताल में 106 लोगों में से 34 लोगों को पहली खुराक दी गई, जिनमें 21 बच्चे शामिल थे। दो बच्चों समेत तीन लोगों को एंटी-रेबीज सीरम भी दिया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।