गाजियाबाद में आसमान से बरस रही आग, लू के थपेड़ों से लोग परेशान; कोल्ड रूम में टब का नहीं हुआ इंतजाम
गाजियाबाद में हीट वेव से बचाव के इंतजाम सरकारी अस्पतालों में अधूरे हैं। संयुक्त अस्पताल के हीट वेव वार्ड में अभी तक कोई मरीज भर्ती नहीं हुआ है और कोल्ड रूम में टब की व्यवस्था भी नहीं है। मंगलवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचने से लोग परेशान रहे और अस्पतालों में उल्टी-दस्त के मरीजों की भीड़ लगी रही।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। शासन और प्रशासन स्तर से इन दिनों हीट वेव से बचाव के इंतजाम एवं उपाय को लेकर एडवायजरी जारी की जा रही है, लेकिन सरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए इंतजाम अधूरे हैं।
संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल की इमरजेंसी में बनाए गए हीट वेव वार्ड में अभी तक कोई मरीज भर्ती नहीं किया गया है। कोल्ड रूम तो बनाया गया है लेकिन टब का इंतजाम नहीं किया गया है। यह स्थिति तब है जबकि काेल्ड रूम बनाने के लिए शासन स्तर से बजट एक महीने पहले ही जारी कर दिया गया था।
गाजियाबाद का तापमान 40 के पार
इस टब को बनाने का उद्देश्य है कि हीट वेव से प्रभावित मरीज को तुरंत कोल्ड रूम में ले जाकर इस टब में नहलाया जाये। टब में ठंडा पानी 24 घंटे भरा रहना जरूरी है। मंगलवार को गाजियाबाद का तापमान 40 के पार पहुंच गया।
अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह आठ बजे से लेकर शाम के पांच बजे तक लोग लू के थपेड़ों से परेशान रहे।सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों की ओपीडी व इमरजेंसी में उल्टी और दस्त के मरीजों की भीड़ लगी रही।
उधर इस संबंध में सीएमएस डॉ. संजय गुप्ता का कहना है कि अभी हीट वेव से प्रभावित कोई मरीज अस्पताल में नहीं पहुंचा है। मरीज पहुंचने पर हीट वेव वार्ड का कोल्ड रूम चालू कर दिया जाएगा।
कोल्ड रूम में आइस पैक है। आक्सीजन कंसंट्रेटर है। कूलर और एसी है। उनका दावा है कि टब है लेकिन दूसरी जगह रखवाया गया है। बता दें कि पिछले वर्ष गाजियाबाद में 656 हीट स्ट्रोक के केस मिले थे। हीट वेव से आन रिकार्ड 21 लोगों की मौत भी हुई थी।
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