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    गाजियाबाद में गंगाजल प्लांट में भरा नाले का गंदा पानी, बिल्डर को नोटिस; पानी की आपूर्ति ठप

    Updated: Sun, 03 Aug 2025 08:50 AM (IST)

    गाजियाबाद के प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट में नाले का पानी भरने से जलापूर्ति बाधित हो गई है। जल निगम ने प्रतीक ग्रुप को नोटिस जारी कर नुकसान का आंकलन करने को कहा है। पहले भी इसी नाले के कारण प्रतीक ग्रैंड सोसायटी में पानी भर गया था। मंडलायुक्त ने इस मामले की जांच कराई थी। प्रतीक ग्रुप ने कहा है कि बाहरी ढांचे की जिम्मेदारी विभागों की है।

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    सिद्वार्थ विहार स्थित गंगा जल प्लांट की फोटो।जागरण

    शोभित शर्मा, साहिबाबाद। प्रताप विहार स्थित गंगाजल प्लांट में 30 जुलाई की रात नाले का पानी भरने गंगाजल की आपूर्ति ठप है। ये वही सिद्धार्थ विहार वाला नाला है, जिसका गलत निर्माण कर दिशा बदलने पर मई माह में प्रतीक ग्रैंड सोसायटी के बेसमेंट में पानी भर गया था।

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    प्लांट में पानी भरने के बाद जल निगम के अधिकारियों ने प्रतीक ग्रुप को नोटिस भेजा है। नाले का पानी भरने से खराब हुए पंप, मोटर और अन्य उपकरणों का आंकलन अधिकारी कर रहे हैं, जिसकी वसूली बिल्डर से की जाएगी।

    नोएडा और गाजियाबाद में होती है पानी की सप्लाई

    अधिशासी अभियंता की ओर से बिल्डर को 31 जुलाई को नाेटिस जारी किया गया है। इसमें लिखा गया है कि गंगाजल परियोजना के तहत प्रताप विहार में 120 एमएलडी का प्लांट है। यहां से नोएडा और गाजियाबाद में शोधित जल की आपूर्ति की जाती है।

    प्लांट के पास बिल्डर द्वारा बेसमेंट खोदाई आदि का कार्य कराया जा रहा है। एक मई को नाला क्षतिग्रस्त होने के बाद बिल्डर ने पाइप द्वारा निर्माण कराया। नोटिस में नाले का तकनीकी डिजाइन और ड्राइंग कार्यालय में भेजने को कहा गया है।

    नाले से बहने वाले पानी की सटीक गणना न करने के चलते प्लांट में पानी भरने की आशंका है। 30 जुलाई को वर्षा के बाद नाले का पानी प्लांट में भर गया। इससे प्लांट पूरी तरह से बंद हो गया और जलापूर्ति बंद है। प्लांट में लगे उपकरणों का भी नुकसान हुआ है, इसका आकलन कराया जा रहा है। प्लांट में अत्याधिक गंदगी भी नाले के पानी की वजह से भर गई है।

    मंडलायुक्त करा चुके हैं जांच 

    मई माह में नाले का पानी प्रतीक ग्रैंड सोसायटी के बेसमेंट में भर जाने के बाद भारी विवाद हुआ था। इसके बाद प्रतीक ग्रुप की शिकायत पर मामले की जांच मंडलायुक्त ने कराई। जांच में प्रेस्टीज ग्रुप द्वारा नाले की दिशा मोड़ने की रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपी गई।

    जल निगम के अधिशासी अभियंता ब्रह्मानंद ने बताया कि प्रतीक ग्रुप ने नाले में पाइप डालकर ठीक कराया लेकिन पानी की क्षमता का आंकलन नहीं किया। ऐसे में 30 तारीख की रात सोसायटी के सामने सर्विस रोड से होती हुई पुलिया के जरिये प्लांट में पानी भर गया। उन्होंने बताया कि बिल्डर को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। नुकसान का आंकलन कर बिल्डर को अवगत कराया जाएगा।

    सोसायटी के बाहर की जिम्मेदारी संबंधित विभागों की

    प्रतीक ग्रुप ने इस मामले पर बयान जारी कर कहा है कि सोसायटी के अंदर की जिम्मेदारी उनकी है जबकि बाहर के बुनियादी ढांचे, सड़क, नाली, नाले की जिम्मेदारी संबंधित विभागों की है। अभी तक कोई नोटिस ग्रुप को नहीं मिला है। अगर कोई नोटिस मिलता है तो इस पर लीगल टीम से बात कर चिंतन किया जाएगा।