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    Stray Dogs: गाजियाबाद में आवारा कुत्तों को लेकर नई गाइडलाइन जारी, फीडिंग जोन चिह्नित करेगा निगम

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 08:14 AM (IST)

    गाजियाबाद नगर निगम आवारा कुत्तों के लिए फीडिंग जोन बनाएगा। नई गाइडलाइन के अनुसार ये जोन पार्क स्कूल और भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर होंगे। कुत्तों को खाना खिलाने वालों को सफाई का ध्यान रखना होगा और टीकाकरण सुनिश्चित करना होगा। आक्रामक कुत्तों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। जिले में 90 हजार से अधिक कुत्तों का बंध्याकरण बाकी है।

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    सोसायटी में घूमते हुए आवारा कुत्ते। फोटो- जागरण

    शाहनवाज अली, गाजियाबाद। नगर विकास विभाग ने शहरों में आवारा कुत्तों के भोजन और उनकी देखभाल को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत नगर निगम की ओर से आवारा कुत्तों के लिए जगह चिह्नित कर विशेष फीडिंग जोन बनाए जाएंगे।

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    शासन से जारी गाइडलाइन के अनुसार फीडिंग जोन ऐसी जगहों पर बनाए जाएंगे, जहां बच्चों के खेलने के पार्क, स्कूल, अस्पताल, कॉलोनियों के प्रवेश व निकासी द्वार अथवा भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थल न हों। यानी कुत्तों को भोजन कराना अब किसी भी जगह नहीं किया जा सकेगा, बल्कि केवल तय फीडिंग जोन पर ही उन्हें खाना खिलाया जाएगा।

    नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि आवारा कुत्तों को फीडिंग कराने वाले लोगों की साफ-सफाई की भी जिम्मेदारी होगी। वह यह भी सुनिश्चित करेंगे कि जिन कुत्तों को भोजन कराया जा रहा है। उनका समय-समय पर टीकाकरण और नसबंदी भी हो। इसके लिए नगर निगम पंजीकृत पशु कल्याण संस्थाओं के साथ मिलकर अभियान चलाएगा। जो संगठन या व्यक्ति इस काम में बेहतर सहयोग देंगे उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।

    राकेश मार्ग स्थित गुलमोहर एन्क्लेव सोसायटी की पूर्व अध्यक्ष रश्मि चौधरी का कहना है कि इस व्यवस्था से आवारा कुत्तों की देखभाल व्यवस्थित होगी और आवारा कुत्तों के झुंड और उनके हमलों में भी कमी आएगी। फीडिंग जोन बनने से लोगों को राहत मिलेगी। कुत्तों के संरक्षण की दिशा में भी यह अहम कदम होगा।

    आक्रामक स्वभाव वाले कुत्तों के लिए विशेष व्यवस्था नगर निगम ने यह भी स्पष्ट किया है कि आक्रामक स्वभाव वाले कुत्तों के लिए विशेष व्यवस्था होगी। उन्हें चिह्नित कर सुरक्षित स्थानों पर रखा जाएगा। ताकि आम लोगों को परेशानी न हो। जो लोग कुत्तों को गोद लेते हैं वह बाद में उन्हें सड़क पर नहीं छोड़ नहीं सकेंगे। ऐसा करने पर वह कार्यवाही के दायरे में आएंगे।

    90 हजार से अधिक आवारा कुत्तों से खतरा

    जिले में सवा लाख से अधिक आवारा कुत्ते हैं। अभी तक नगर निगम द्वारा करीब 34 हजार से अधिक का बंध्याकरण और टीकाकरण करने का दावा किया गया है। निगम के अनुसार एक कुत्ते के बंध्याकरण और टीकाकरण में करीब 1,130 रुपये का खर्च आता है।

    नगर निगम के पास दो एबीसी सेंटर हैं, जिनमें प्रतिदिन सिर्फ 50 कुत्तों का बंध्याकरण और टीकाकरण किया जा सकता है। जिले में लगभग 90 हजार से अधिक आवारा कुत्तों का बंध्याकरण और टीकाकरण शेष है, जिसमें करीब 10 करोड़ से अधिक का खर्च होने का अनुमान है।

    शासन से आदेश मिला है। कुत्तों के फीडिंग जोन के लिए जगह सोसायटी के लोग मिलकर चिह्नित करेंगे। यदि कहीं पर विवाद की स्थिति होगी तो नगर निगम हस्तक्षेप करेगा। फीडिंग प्वाइंट सभी सोसायटियों में बनवाया जाएगा। इसके अलावा बन्ध्याकरण और टीकाकरण में भी तेजी लाई जाएगी। - डॉ. अनुज कुमार सिंह, उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी