गाजियाबाद की हरनंदीपुरम योजना पर संकट के बादल, किसानों ने जमीन देने से किया इनकार
गाजियाबाद में हरनंदीपुरम योजना के लिए सर्किल रेट न बढ़ने पर किसानों ने नंगला मोहनपुर में पंचायत की। किसानों ने बिना सर्किल रेट बढ़ाए जमीन देने से इनकार कर दिया और आंदोलन की चेतावनी दी। उनका आरोप है कि जीडीए के कहने पर प्रशासन ने सर्किल रेट नहीं बढ़ाया। किसानों ने कलेक्ट्रेट पर धरने और मुख्यमंत्री से मिलने की चेतावनी दी है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। हरनंदीपुरम योजना के तहत सर्किल रेट नहीं बढ़ाए जाने के विरोध में आठ गांवों के किसानों ने रविवार को नंगला मोहनपुर में पंचायत की। किसानों ने बिना सर्किल रेट बढ़ाए जाने पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) को जमीन देने से साफ मना कर दिया है। किसानों बड़े स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
पंचायत में मथुरापुर, भनेड़ा, चम्मपतनगर, नंगला मोहनपुर, अटोर, शाहपुर, मोरटा और भोवापुर गांव के सैकड़ों किसान पंचायत में हिस्सा लेने पहुंचे। पंचायत की अध्यक्षता चौधरी धर्मवीर ने व संचालन मंतराम नागर ने किया।
किसानों ने कहा कि जीडीए के इशारे पर प्रशासन ने आठ गांवों की कृषि भूमि के सर्किल रेट नहीं बढ़ाए हैं। जीडीए हरनंदीपुरम योजना के लिए आठ गांवों की जमीन किसानों से सहमति से लेना चाहता है। वह किसी कीमत पर जीडीए को जमीन नहीं देंगे।
जीडीए की ओर से 11 अगस्त को सहायक महानिरीक्षक स्टांप एवं निबंधन गाजियाबाद को एक पत्र भेजा था। जिसमें इन गांवों के सर्किल रेट न बढ़ाने के लिए कहा गया था। यदि प्रशासन सर्किल रेट नहीं बढ़ाता है तो वह कलेक्ट्रेट पर धरना देंगे। वह मुख्यमंत्री से मिलने जाएंगे।
युवा संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष दक्ष नागर ने कहा किसानों का शोषण और अत्याचार किया जा रहा है। वह लंबी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। इस मौके पर अमित प्रधान, रणवीर प्रधान, अजय चौधरी, कृष्णपाल चौधरी, जगपाल चौधरी, विजय चौधरी, पवन सहलोत, इंद्रपाल चौधरी, विनोद त्यागी, वीर सिंह आर्य आदि मौजूद रहे।
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