गाजियाबाद में बिजली कनेक्शन के नाम पर 50 हजार रिश्वत लेने का आरोप, जूनियर इंजीनियर सस्पेंड
वसुंधरा सेक्टर-10 विद्युत उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियंता रविंद्र नाथ टैगोर को बिजली कनेक्शन के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। आदित्य कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रशांत यादव से रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल होने के बाद यह कार्रवाई की गई। जांच में आरोप सही पाए गए जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। बिजली कनेक्शन के नाम पर 50 हजार रुपये रिश्वत लेने के मामले में वसुंधरा सेक्टर-10 विद्युत उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियंता रविंद्र नाथ टैगोर को निलंबित किया गया है। उच्चाधिकारियों ने बताया कि अवर अभियंता का रुपये मांगते हुए एक वीडियो भी वायरल हुआ है।
रिश्वत लेने के आरोप व सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर अवर अभियंता को निलंबित किया गया है। आदित्य कंस्ट्रक्शन कंपनी साहिबाबाद मंडी में विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदक प्रशांत यादव ने झटपट पोर्टल पर आवेदन किया था। उन्हें 18 किलोवाट का व्यवसायिक बिजली कनेक्शन (एमएलवी-दो) कराना था।
क्या है पूरा मामला?
आवेदक ने आरोप लगाया कि कनेक्शन देने के नाम पर विद्युत नगरीय वितरण खंड-छह में वसुंधरा सेक्टर-10 के विद्युत उपकेंद्र 33/11 पर तैनात अवर अभियंता रविंद्रनाथ टैगोर ने 50 हजार रुपये लिए हैं। इसके बाद और रुपयों के लिए भी दबाव बना रहा है।
बुधवार को अवर अभियंता का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह आवेदक से रुपये मांग रहा है। इसकी शिकायत आवेदन के विद्युत निगम के उच्चाधिकारियों से की तो तुरंत कार्रवाई की गई।
अधीक्षण अभियंता अखिलेश सिंह ने बताया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस है। कनेक्शन के नाम पर रिश्वत लेकर अवर अभियंता ने विद्युत निगम की छवि को धूमिल किया है। शिकायत व प्रसारित वीडियो के आधार पर जांच की गई तो उनकी संलिप्तता पाई गई।
इस पर अधिशासी अभियंता ने कार्रवाई की संस्तुति की। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि अवर अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही अवर अभियंता को अधीक्षण अभियंता विद्युत नगरीय वितरण मंडल-द्वितीय से संबंद्ध कर दिया गया है।
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