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    Ghaziabad News: निरीक्षण के बाद डीएम ने सीएमओ को लगाई कड़ी फटकार, खामियां मिलने पर मांगा स्पष्टीकरण

    Updated: Tue, 13 May 2025 02:13 PM (IST)

    Ghaziabad News जिलाधिकारी (डीएम) दीपक मीना ने अस्पताल में कई कमियां मिलने पर सीएमओ और सीएमएस को फटकार लगाई। क्रिटिकल केयर यूनिट में अनियमितताएं पाई गईं और पुरानी गलतियों पर स्पष्टीकरण मांगा गया। डीएम ने एनसीडी विंग में जमा सामान पर भी नाराजगी जताई और टोकन व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को सुविधा हो।

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    जिलाधिकारी ने मंगलवार को जिला एमएमजी अस्पताल का निरीक्षण किया। फोटो- जागरण

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिलाधिकारी (डीएम) दीपक मीना ने मंगलवार को जिला एमएमजी अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। कई खामियां मिलने पर सीएमओ के साथ सीएमएस को कड़ी फटकार लगाई है। क्रिटिकल केयर यूनिट का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश जल निगम सी एंड डिजाइन यूनिट को तलब किया है।

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    इस यूनिट की सातवीं फ्लोर की एक छत गलत डालने के बाद इसे तोड़कर फिर से बनाया जा रहा है। इस प्रकरण को दैनिक जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। डीएम ने एनसीडी विंग परिसर में थोक के भाव भरे सामान को देखकर कड़ी नाराजगी जताई। साथ ही सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन को चेतावनी जारी की है।

    मरीजों की भीड़ देखकर बोले- टोकन व्यवस्था लागू करें

    साथ ही जिन लोगों की लापरवाही से सामान गोदाम में भरा हुआ है और यह स्वास्थ्य कल्याण केंद्रों तक नहीं पहुंचा है। उन सभी का स्पष्टीकरण मांगा है हालांकि उन्होंने जिला एमएमजी अस्पताल की ओपीडी, इमरजेंसी और पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण नहीं किया, लेकिन दूर से मरीजों की भीड़ देखकर उन्होंने तत्काल प्रभाव से टोकन व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं।

    सड़क हादसे में घायल को सीएचसी मुरादनगर में नहीं मिला प्राथमिक उपचार

    केंद्र और प्रदेश सरकार सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को त्वरित उपचार देने को प्रयासरत है, लेकिन जिले के सरकारी अस्पतालों में गोल्डन आवर में इलाज को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है। रविवार को मुरादनगर में सड़क हादसे में घायल होने पर हरवंशनगर के रहने वाले सुरेन्द्र सिंह के 29 वर्षीय बेटे सुमित को सीएचसी मुरादनगर में रात्रि के 10 बजकर 50 मिनट पर भर्ती कराया गया। तुरंत वहां तैनात चिकित्सकों ने घायल सुमित को बिना प्राथमिक उपचार दिए ही संयुक्त अस्पताल को रेफर कर दिया गया।

    संयुक्त अस्पताल में तैनात चिकित्सक ने इसी रेफर स्लिप पर घायल को जिला एमएमजी अस्पताल के लिए रेफर लिखकर इलाज से पल्ला झाड़ लिया। देर रात को जिला एमएमजी अस्पताल में सुमित को भर्ती कर लिया गया, जहां इलाज चल रहा है। यह स्थिति तब है जबकि उच्च अधिकारी आए दिन स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी कर रहे हैं।

    समीक्षा के बाद अधीनस्थों को दिशा निर्देश भी दे रहे हैं। गंभीर रुप से बीमार एवं हादसों में घायलों को समय पर इलाज करने की जगह चिकित्सक रेफर करना सुरक्षित समझते हैं। उधर सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि इस प्रकरण की जांच कराते हुए संबंधित दोषियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।