गाजियाबाद में 15 साल बाद पति-पत्नी का मिलन, पति पर अधिक रोमांटिक होने के आरोप; दूर हुए मतभेद
गाजियाबाद के इंदिरापुरम में 15 साल से अलग रह रहे पति-पत्नी मध्यस्थता केंद्र में फिर से एक हो गए। पत्नी ने पति पर शॉपिंग पर न ले जाने और ज्यादा रोमांटिक होने का आरोप लगाया था। मध्यस्थता के बाद पति ने पत्नी को साथ ले जाने और घर के खर्च में सहयोग करने का वादा किया। दोनों ने कोर्ट में साथ रहने की इच्छा जताई।

हसीन शाह, गाजियाबाद। इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में पति-पत्नी 15 साल से एक ही छत के नीचे अलग-अलग रह रहे थे। वह इस बात से नाराज़ थी कि उसका पति उसे शॉपिंग पर साथ नहीं ले जाता था और वह बहुत ज़्यादा रोमांटिक था। मध्यस्थता केंद्र में दोनों का समझौता हो गया। पति-पत्नी के बीच मतभेद सुलझ गए और वे फिर से एक हो गए। दोनों ने कोर्ट में साथ रहने की इच्छा जताई।
वसुंधरा निवासी 60 वर्षीय पति और 56 वर्षीय पत्नी प्राइवेट सेक्टर में काम करते हैं। दोनों के दो बेटे और एक बेटी है। दोनों बेटे घर से बाहर काम करते हैं जबकि उनकी 16 साल की बेटी घर पर उनके साथ रहती है। पति-पत्नी एक ही घर में रहते हैं लेकिन दोनों एक-दूसरे से अलग रह रहे थे। वे एक-दूसरे से बात नहीं करते थे।
पत्नी का आरोप है कि पति हर समय रोमांस करता रहता है। जब भी वह बाजार जाती है, तो उसके साथ शॉपिंग नहीं करता। वह उसे किसी भी कार्यक्रम में साथ नहीं ले जाता। वह घर पर किसी भी कार्यक्रम में उसके माता-पिता को नहीं बुलाता।
वहीं पति का आरोप है कि उसकी पत्नी उसका सम्मान नहीं करती। पति के प्रति उसका व्यवहार ठीक नहीं है। पत्नी की ओर से 11 जून 2025 को कोर्ट में केस दायर किया गया। यह केस 19 अगस्त 2025 को मध्यस्थता केंद्र भेज दिया गया। दोनों को मध्यस्थता केंद्र बुलाया गया।
दोनों अपने-अपने वकीलों के साथ केंद्र पहुँचे। दोनों ने एक-दूसरे की गलतियाँ गिनाईं। मध्यस्थता अधिकारी सुरेंद्र पाल सिंह ने बताया कि दोनों में सुलह हो गई है। पति को समझाया गया है कि वह पत्नी की अनुमति के बिना रोमांस नहीं करेगा। पति इस बात पर राजी हो गया।
साथ ही, पति ने कहा कि वह अपनी पत्नी को अपने साथ बाजार ले जाएगा और हर शुभ काम में पत्नी के माता-पिता को आमंत्रित करेगा। पति ने कहा कि वह बेटी को ट्यूशन पढ़ाने का खर्च उठाएगा। घर का खर्च दोनों पति-पत्नी मिलकर उठाएंगे। दोनों भविष्य के लिए मिलकर बचत करेंगे।
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