गाजियाबाद में गोल्डन बैरी सोसायटी की लिफ्ट में फंसे दो बच्चे, 20 मिनट तक अटकी रही सांसें
गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम में गोल्डन बैरी सोसायटी की लिफ्ट में दो बच्चे फंस गए। लगभग 20 मिनट तक फंसे रहने के बाद उन्हें निकाला गया। निवासियों ने सोसायटी प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है क्योंकि लिफ्ट में इमरजेंसी बटन भी काम नहीं कर रहा था। जीडीए के अधिशासी अभियंता ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। मधुबन बापूधाम की गोल्डन बैरी स्थित जीएच-3 एवं जीएच-4 में शनिवार रात एक बड़ा हादसा टल गया, जब दो बच्चे करीब 20 मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे। गोल्डन बैरी सोसायटी के फ्लैट संख्या 1202 के निवासी इंदरजीत ने इस मामले में सोसायटी प्रबंधन और प्राधिकरण को जिम्मेदार ठहराया है।
सोसायटी निवासी इंदरजीत ने बताया कि रात 8.21 बजे उनके बेटे सार्थक का फोन आया कि वह और उसका छोटा भाई लिफ्ट में फंसे हुए हैं। सूचना मिलते ही उनकी पत्नी और परिजन बाहर पहुंचे और देखा कि लिफ्ट 11वीं और 12वीं मंजिल के बीच अटक गई थी, जिसमे बंद हैं। काफी मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला गया। घटना से उनका 10 वर्षीय छोटा बेटा बुरी तरह सहम गया और लगातार रोता रहा।
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सोसायटी के लोगों का आरोप है कि यहां न तो कोई लिफ्ट ऑपरेटर मौजूद है और न ही ऐसा स्टाफ, जो आपात स्थिति में मदद कर सके। पिछले कई वर्षों से बुनियादी सुविधाओं की कमी झेलने के बावजूद अब बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों ने सख्त नाराजगी जताई है।
इमरजेंसी बटन भी नहीं कर रहा काम
सोसायटी की लिफ्ट में लगा इमरजेंसी का बटन भी काम नहीं कर रहा था। इस बीच बच्चे काफी देर तक लिफ्ट के एक के बाद एक बटन दबाते रहे, लेकिन लिफ्ट में कोई हलचल नहीं थी। इमरजेंसी बटन और कालिंग बटन ने भी काम नहीं किया। प्रयास के बाद लिफ्ट का थोड़ा गेट खुला तो मोबाइल नेटवर्क आने पर बच्चों ने मोबाइल से अपने पिता को इसकी जानकारी दी।
लिफ्ट में रात के समय अचानक खराबी आने की सूचना मिली। इस पर लिफ्ट की देखरेख कर रही संबंधित कंपनी को इसकी जानकारी देते हुए ठीक कराने के निर्देश दिए गए। कंपनी का इंजीनियर मौके पर पहुंचकर ठीक कर रहा है। हाल में ही सभी लिफ्ट का निरीक्षण किया गया था, जो सही मिली थी। फिर से चेक करने के निर्देश दिए गए हैं।
-रुद्रेश शुक्ला, अधिशासी अभियंता जीडीए
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