Ghaziabad Air Pollution: गाजियाबाद की हवा हुई खराब, लोनी का AQI सबसे ज्यादा
गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 218 दर्ज किया गया। लोनी का एक्यूआई 266 रहा जो सबसे अधिक है। प्रदूषण का मुख्य कारण सड़कों पर धूल और अवैध फैक्ट्रियां हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार रोकथाम के लिए कार्य किए जा रहे हैं और अवैध फैक्ट्रियों पर कार्रवाई की जाएगी।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। गाजियाबाद जिले में हवा की गुणवत्ता एक बार फिर बिगड़ गई। शनिवार (31 मई) को खराब श्रेणी में पहुंच गई। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 218 दर्ज किया गया। वहीं, लोनी का एक्यूआई सबसे अधिक 266 दर्ज किया गया।
हल्की बूंदाबांदी से मिली राहत
लोगों का कहना है कि इस बार प्रदूषण से राहत मिलना मुश्किल है। हालांकि हल्की बूंदाबांदी के बाद एक्यूआई में गिरावट आई। शाम सात बजे जिले का एक्यूआई 198 मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया।
जिले की बीते माह कभी खराब तो कभी मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई, लेकिन लोगों को साफ हवा नहीं मिल सकी। यानी एक्यूआई 50 से कम नहीं पहुंचा। प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण शहर की सड़कों पर उड़ती धूल है।
लोनी में अवैध फैक्ट्रियों से बढ़ रहा प्रदूषण
विभाग दावे करते हैं, लेकिन सड़कों पर छिड़काव होता नहीं दिखता है। वहीं, लोनी में अवैध फैक्ट्रियों को प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। यहां हजारों की संख्या में अवैध फैक्ट्रियों का संचालन हो रहा है। इनसे सबसे ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है। इसके अलावा आबादी के क्षेत्रों में तार से धातु निकालने का कार्य भी किया जा रहा है। इस पर भी रोक नहीं लग रही है।
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह का कहना है कि प्रदूषण रोकथाम के लिए सभी स्तरों पर कार्य किए जा रहे हैं। लोनी में अगर अवैध फैक्ट्रियों का संचालन हो रहा है तो जिला प्रशासन के साथ मिलकर सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
स्टेशनों के एक्यूआई की स्थिति
- लोनी 266
- इंदिरापुरम 235
- वसुंधरा 209
- संजय नगर 161
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