Ghaziabad News: प्रसव के बाद साढ़े आठ घंटे लेबर रूम में रखा रहा नवजात का शव, एक-दूसरे के क्षेत्र का मामला बताती रही पुलिस
गाजियाबाद के जिला महिला अस्पताल में एक लावारिस महिला ने मृत बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद साढ़े आठ घंटे तक नवजात का शव लेबर रूम में रखा रहा। कोतवाली पुलिस और जीआरपी एक-दूसरे के क्षेत्र का मामला बताते रहे। अंत में जीआरपी ने शव को मोर्चरी में रखवाया। प्रसव के बाद महिला ने अपना नाम और पति का नाम भी बताया।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिला महिला अस्पताल में एक लावारिस महिला के प्रसव के बाद पैदा हुए मृत नवजात का शव साढ़े आठ घंटे तक लेबर रूम में रखा रहा। बुधवार सुबह 11:35 से रात 8:15 बजे तक लेबर रूम में रखा रहा।
शव हैंडओवर करने के लगाते रहे गुहार
कोतवाली पुलिस और जीआरपी एक दूसरे के क्षेत्र का मामला बताकर टरकाते रहे। हालांकि यह मामला जीआरपी क्षेत्र के अंतर्गत आता है। दिन भर स्वास्थ्यकर्मी विभिन्न एनजीओ और पुलिस को कॉल कर शव को हैंडओवर कराने की गुहार लगाते रहे। दावा किया गया कि प्रसूता मानसिक विक्षिप्त है।
बुधवार सुबह 11:30 बजे रेलवे की दो महिला कॉन्स्टेबल एक महिला को प्रसव पीड़ा की हालत में उसे लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचीं। अस्पताल में बताया गया कि महिला मानसिक विक्षिप्त है। तुरंत ही स्वास्थ्यकर्मी महिला को प्रसव के लिए ले गए।
प्रसव के बाद महिला ने बताया पति का नाम
पांच मिनट बाद ही यानी 11:35 बजे महिला ने मृत लड़के को जन्म दिया। महिला अपना नाम नहीं बता पा रही थी, लेकिन प्रसव के बाद महिला ने अपना नाम और पति का नाम भी बताया। हालांकि उसके द्वारा बताए गए नाम की पुष्टि नहीं हो सकी।
महिला को अस्पताल में कोई देखने नहीं आया। मृत शिशु पैदा होने पर स्वास्थ्यकर्मियों ने इसकी सूचना नगर कोतवाली में दी। कोतवाली पुलिस ने उन्हें बताया गया कि यह जीआरपी से जुड़ा मामला है। जीआरपी ही मामले को देखेगी।
जीआरपी को फोन किया गया तो उन्होंने इस मामले से दूरी बना ली। इसके बाद स्वास्थ्यकर्मी विभिन्न एनजीओ फोन कर शव के अंतिम संस्कार कराने की गुहार लगाने लगे। देर शाम को इस मामले में तूल पकड़ लिया। जिसके बाद जीआरपी हरकत में आई। जीआरपी ने रात 8:15 बजे शव लेकर जिला एमएमजी अस्पताल की मोर्चरी पर रखवा दिया।
रेलवे स्टेशन पर हो सकता था प्रसव
यदि महिला कॉन्स्टेबल प्रसूता को लेकर अस्पताल नहीं पहुंचती तो स्टेशन पर ही प्रसव हो सकता था। कॉन्स्टेबल महिला को सरकारी गाड़ी में लेकर अस्पताल पहुंची। वहीं इस मामले में पुलिस ने महिला के स्वजन की तलाश शुरू कर दी है। जो नाम महिला ने बताए हैं उनके बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। दावा है कि मानसिक विक्षिप्त होने के कारण महिला नाम गलत बता रही है।
जीआरपी ने शव को मोर्चरी पर रखवा दिया है। इस मामले को जीआरपी ही देख रही है। एनजीओ के सहयोग से शव का अंतिम संस्कार कराया जाएगा।
- सुदेश गुप्ता, सीओ, जीआरपी
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