गाजियाबाद के कोटक महिंद्रा बैंक में ठगी के लिए खोले गए 31 खाते, जांच के घेरे में बैंककर्मी
गाजियाबाद साइबर पुलिस ने कोटक महिंद्रा बैंक के 31 ऐसे खाते खोजे हैं जिनका उपयोग साइबर अपराध के लिए किया जा रहा था। इन खातों में 25 लाख से अधिक का लेनदेन हुआ है और ये खाते अपराधियों को किराए पर दिए गए थे जिसमें बैंक कर्मचारियों की संभावित मिलीभगत की जांच जारी है। पुलिस ने 31 खाताधारकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। साइबर पुलिस ने कोटक महिंद्रा बैंक के ऐसे 31 खातों को चिह्नित किया है जो साइबर ठगी के लिए खोले गए हैं। इन खातों में 25 लाख रुपये अधिक का लेनदेन हुआ है। ये खाते ठगों को किराए पर दिए गए हैं। इसमें बैंककर्मियों की भूमिका भी सामने आ रही है।
बैंककर्मियों की जांच भी शुरू की गई है। गाजियाबाद से 200 किलो मीटर के दायरे में बैठे ठग इन खातों का प्रयोग कर रहे हैं। खाताधारक ठगी की रकम में से 20 प्रतिशत कमीशन पर खातों के किराये देते हैं। पुलिस ने 31 खाताधारकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर इनकी धरपकड़ शुरू कर दी है।
एडीसीपी क्राइम पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक पुलिस एक साइबर अपराधी को पकड़ने के लिए उसी का खाता खंगालती थी। पुलिस अब प्रत्येक बैंक के उन खातों का पता लगाने में जुट गई है जिनमें ठगी की रकम आती है। पुलिस ने गाजियाबाद क्षेत्र के ऐसे सभी खातों की पहचान करनी शुरू कर दी है।
पहले चरण में पुलिस ने कोटक महिंद्रा बैंक के खातों को खंगाला है। ठगों ने कोटक महिंद्रा बैंक के कुल 347 खातों का प्रयोग किया। इनमें वह खाते भी पकड़ में आ गए जिनका प्रयोग ठगों ने खरीदारी करने के लिए किया है। जिन खातों में ठगों ने खरीदारी करने के लिए पैसे भेजे हैं उनको कार्रवाई के लिए चिह्नित नहीं किया है।
इनमें केवल उन 32 खाता धारकों के खिलाफ एफआइआर की गई है जिन्होंने कोटक महिंद्रा बैंक में खाते खुलवाकर ठगी के लिए किराए पर दिए हैं। पुलिस ने बैंक के कर्मचारियों की भूमिका को जांच के दायरे में लिया है। पुलिस को अंदेशा है कि कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना खाते नहीं खोले जा सकते है। शुरूआती जांच में पता चला है कि खाते खोलने में फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग हुआ है। बैंककर्मियों की संलिप्तता की जांच एसीपी क्राइम को सौंपी गई है।
31 खातों में इन लोगों से हुई ठगी
कोटक महिंद्रा बैंक के चिह्नित 31 खातों में गौतम बुद्ध नगर की डाली, बलरामपुर के अंकित श्रीवास्तव, गाजियाबाद के रेनू लांबा, जालौन के राम कुंअर देवी, बरेली के प्रेमकुमार, तेलंगाना संगारेड्डी के मोहम्मद अबरार, साइबराबाद के रूपेश आर नायर, तमिलनाडु के तिरुवरूर, अन्ना नगर के सरथ कुमार, राजस्थान के डीडवाना-कुचामन के मनोहर सिंह, ओडिशा के भुवनेश्वर के दिव्य लोचन नायक, महाराष्ट्र के बृहन मुंबई की देविंदर कौर, यवतमाल के अनिल विठोबा तलमले, मध्य प्रदेश जबलपुर के कुणाल भारती, मुरैना के ब्रजकिशोर शर्मा, केरल मलप्पुरम के शाना, कर्नाटक बेंगलुरु शहर की शुवम पाल व धीरज सी, मैसूर के महाराजन, उत्तर कन्नड़ के गणपति भट, बेंगलुरु के वरुण करकेरा, लता मेनेजेस, गुजरात अहमदाबाद की कुवर्शी, दिल्ली मयूर विहार की पूर्वी, द्वारिका के आशीष कुमार व रजिया खान, छत्तीसगढ़ बिलासपुर की सलमा यास्मीन व अंकित श्रीवास्तव, बिहार पटना के रौशन कुमार, आंध्र प्रदेश के अनंतपुरम के भानुप्रकाश, गोवा की ग्रेसी परेरा से 25 लाख रुपये से अधिक रकम को ट्रांसफर कराया हैं।
पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने ठग को किराए खाता देने वाले हापुड़ जिले के गांव मतनावली, थाना कपूरपुर निवासी आशीष राणा को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने 14 बैंक खाते किराए पर दिए हुए थे। बदले में आरोपित ठगी की रकम में से 20 प्रतिशत रकम लेता था। आशीष से पूछताछ के बार ठगी करने वाले हापुड़ जिले के ही गांव कमरुद्दीन नगर निवासी प्रिंस शर्मा को गिरफ्तार किया है। यह इन खातों का प्रयोग ठगी के लिए कर रहा था। प्रिंस ने बीबीए किया है और आशीष राणा 12वीं पास है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।