Ghaziabad News: एमएमजी अस्पताल के महिला सर्जिकल वार्ड में छत से टपकने लगा बारिश का पानी, 26 मरीज किए गए शिफ्ट
गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में बारिश के चलते महिला सर्जिकल वार्ड में छत से पानी टपकने लगा जिससे मरीजों में अफरा-तफरी मच गई। 26 मरीजों को दूसरे वार्डों में शिफ्ट किया गया। अस्पताल प्रशासन ने अन्य अस्पतालों में मरीजों को भेजने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया। बुधवार को जिला अस्पतालों की ओपीडी में 3524 मरीज पहुंचे जबकि 101 लोगों को कुत्तों ने काटा जिन्हें एंटी रेबीज वैक्सीन दी गई।

जागरण संवाददाता,गाजियाबाद। जिला एमएमजी अस्पताल के बी ब्लाक स्थित महिला सर्जिकल वार्ड में मंगलवार देर शाम को वर्षा का पानी छतों से टपकने लगा। यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। मरीजों के ऊपर पानी आने से पूरे वार्ड में खलबली मच गई। सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह वार्ड में पहुंचे और कुल भर्ती 26 मरीजों दूसरों वार्डों में शिफ्ट कर दिया गया।
डेंगू वार्ड, बर्न वार्ड, आयुष्मान वार्ड, आइसीयू और सामान्य वार्ड में उक्त मरीजों को शिफ्ट करते हुए बी ब्लाक के महिला सर्जिकल वार्ड को पूरी तरह से खाली कर दिया गया है। इस वार्ड में तैनात स्टाफ को दूसरे वार्डों में तैनात कर दिया गया है।
सीएमएस ने बताया कि सीएमओ को पत्र भेजकर अनुरोध किया गया है कि संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल और डूंडाहेडा अस्पताल में एमएमजी के मरीजों को शिफ्ट कराने की व्यवस्था करा दें। दरअसल जर्जर हो चले अस्पताल को तोड़कर नया बनाने की प्रक्रिया विचाराधीन हैं।
लगातार वर्षा होने से अस्पताल के अधिकांश वार्ड में पानी टपकने लगा है। बुधवार को तीनों जिला अस्पतालों की ओपीडी में कुल 3524 मरीज पहुंचे। इनमें 648 बीमार बच्चे शामिल हैं । 1568 महिला,1264 पुरूष और 323 बुजुर्ग पहुंचे। बुखार के 397 मरीजों में 71बच्चे शामिल रहे।
32 बच्चों समेत 101 लोगों को कुत्तों ने काटा
पिछले 24 घंटे में 32 बच्चों समेत 101 लोगों को कुत्तों ने काटा है। सभी ने अस्पताल पहुंचकर एआरवी लगवाई है। रिपोर्ट के अनुसार जिला एमएमजी में 177 और संयुक्त अस्पताल में 93 लोगों ने एंटी रेबीज वैक्सीन(एआरवी) लगवाई है।
एमएमजी अस्पताल में कुल 75 लोगों को एआरवी की पहली डोज लगाई गई। इनमें 18 बच्चे शामिल हैं। संयुक्त अस्पताल में 26 लोगों को एआरवी की पहली डोज लगाई गई है। इनमें 14 बच्चे शामिल हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।