गाजियाबाद में नहीं थम रहा आवारा कुत्तों का आतंक, 24 घंटे में 1069 लोगों ने लगवाई एंटी रेबीज वैक्सीन
Ghaziabad Dog Bites गाजियाबाद में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। सोमवार को एक ही दिन में 1000 से ज्यादा लोगों को कुत्तों ने काटा जिसके बाद उन्हें एंटी रेबीज वैक्सीन लगवानी पड़ी। सबसे ज्यादा मामले जिला एमएमजी अस्पताल में सामने आए। स्वास्थ्य विभाग निशुल्क टीकाकरण कर रहा है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उम्मीद जगी है कि आवारा कुत्तों से निजात मिलेगी, लेकिन सोमवार को पहली बार कुत्तों के काटने के सबसे अधिक मामले दर्ज हुए।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे में कुत्तो के काटने के बाद अलग-अलग अस्पतालों में पहुंचकर 1069 लोगों ने एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई है। इनमें 352 लोगों ने एआरवी की पहली डोज लगवाई है। शेष ने दूसरी और तीसरी डोज लगवाई है।
सबसे अधिक जिला एमएमजी अस्पताल में 295 में से 128 ने पहली डोज लगवाई है। इनमें 30 बच्चे शामिल हैं। सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इमरजेंसी में घायल पांच लोगों को एआरवी के साथ एंटी रेबीज सीरम भी लगाया गया है।
संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल में 226 के सापेक्ष 55 लोगों ने पहली डोज लगवाई है। इनमें 27 बच्चे शामिल हैं। लोनी, मुरादनगर, मोदीनगर ,डासना और भोजपुर में भी कुत्तों के काटने पर लोगों ने एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई है।
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि 53 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से 16 केंद्रों पर भी एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई जाती है। विभाग की ओर से यह वैक्सीन निश्शुल्क लगाई जाती है। एंटी रेबीज सीरम भी निश्शुल्क लगाई जाती है।
कहां कितने लोग पहुंचे एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने?
अस्पताल एआरवी लगवाने पहुंचे लोग
- जिला एमएमजी अस्पताल- 295
- जिला संयुक्त अस्पताल- 226
- सीएचसी मुरादनगर- 132
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भोजपुर- 72
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डासना- 65
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोदीनगर- 46
- 50 बेडेड संयुक्त अस्पताल लोनी- 30
- नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र- 203
साढ़े तीन साल में 2.84 लाख लोगों ने लगवाई एआरवी
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साढ़े तीन साल में 2.84 लाख लोगों ने कुत्ते, बिल्ली और बंदर के काटने पर अस्पतालों में पहुंचकर एआरवी लगवाई है। इनमें सबसे अधिक शहरी क्षेत्रों के लोग शामिल है।
वर्ष डॉग बाइट के कुल केस
- 2022 56299
- 2023 75561
- 2024 104389
- 2025 47882

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