Delhi Meerut Expressway पर रफ्तार से दौड़ते वाहनों पर क्यों लग रहा ब्रेक? सुबह-शाम जाम में फंस रहे लोग
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर आइपीईएम कॉलेज के पास निकास प्वाइंट पर रोजाना जाम लग रहा है जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। निकास मार्ग पर सिर्फ एक लेन होने के कारण शाम को वाहनों का दबाव बढ़ जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए अतिरिक्त लेन बनाने की मांग की जा रही है ताकि लोगों को जाम से मुक्ति मिल सके और सुगमता से आवागमन हो सके।

विनीत कुमार, गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 100 किमी की रफ्तार से दौड़ते वाहनों को एक जगह रोज ब्रेक लगाने पड़ते हैं। दिल्ली से मेरठ जाने वाली लेन पर आइपीईएम संस्थान के सामने सालभर पहले बनाए गए निकास प्वाइंट पर बाहर निकलने का मार्ग सिर्फ एक लेन का है।
व्यस्त समय में शाम को वाहनों का दबाव बहुत ज्यादा रहने से रोजाना इस जगह जाम लगता है। ट्रैफिक पुलिस ने एनएचएआई से एक लेन की बजाय निकास प्वाइंट को दो लेन करने की मांग की है। पांच वर्ष पूर्व बने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे ने वाहन चालकों के लिए दिल्ली और नोएडा का सफर आसान किया है। डीएमई पर वाहनों की रफ्तार भी 100 किमी तक मान्य है।
एनएच-नौ पर क्यों बढ़ता है वाहनों का दबाव?
एक्सप्रेसवे का लाभ शहर के लोगों को पूरी तरह से नही मिल रहा था। वाहन चालकों को दिल्ली जाने के लिए यदि डीएमई में प्रवेश करना होता था तो उन्हें या तो डासना तक जाना पड़ता था या यूपी गेट पर ही डीएमई में प्रवेश के लिए प्वाइंट बनाया गया था।
इसी तरह डीएमई से दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहन चालकों को यदि गाजियाबाद आना है तो उन्हें यूपी गेट पर बाहर निकलकर एनएच-नौ का प्रयोग करना पड़ता था। इससे एनएच-नौ पर वाहनों का दबाव बहुत बढ़ जाता था।
इस समस्या को दूर करने के लिए तत्कालीन सांसद एवं केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के प्रयासों से विजयनगर के पास डीएमई पर प्रवेश और निकास प्वाइंट बनाए गए। यही प्रवेश और निकास प्वाइंट लोगों के लिए दिल्ली आवाजाही की सहूलियत लेकर आया, लेकिन उन्हीं वाहन चालकों के लिए रोजाना परेशानी का कारण भी बन रहा है।
शाम को दिल्ली से डीएमई के जरिए मुख्य शहर एवं क्रासिंग रिपब्लिक या बुलंदशहर की तरफ जाने वाले वाहन चालकों को आइपीईएम के सामने बने निकास प्वाइंट से निकलना पड़ता है। लेकिन यहां सिर्फ एक ही लेन होने की वजह से वाहन चालकों को जाम से जूझना पड़ता है जबकि डीएमई के बगल में एनएच-नौ खाली रहता है।
जागरण सुझाव
डीएमई प्रवेश और निकास प्वाइंट पर यातायात जाम की समस्या दूर करने के लिए एक अतिरिक्त लेन बढ़ाया जाना जरूरी है। जब तक लेन का निर्माण पूरा न हो तब तक अतिरिक्त यातायातकर्मियों की तैनाती करने से लोगों को जाम से राहत दिलाई जा सकती है।
हमें दिल्ली से आते हुए रोजाना आइपीईएम के सामने जाम से जूझते हुए निकास प्वाइंट से बाहर निकलना पड़ता है। यदि यूपी गेट से एनएच-नौ पर आएं तो कई जगह वाहनों की रफ्तार थमती है। ऐसे में रोजाना परेशानी होती है। संबंधित विभागों को इस तरफ गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।
- सुधीर कुमार
रोजाना अनेक लोग डीएमई के जरिए दिल्ली के लिए आवाजाही करते हैं। सुबह को डीएमई में प्रवेश करना मुश्किल है इसी तरह शाम को डीएमई से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। वाहन चालकों की सुविधा के लिए बनाए गए प्रवेश और निकास प्वाइंट ही परेशानी का कारण बन गए हैं।
- मोनू सिंह
आइपीईएम संस्थान के सामने डीएमई प्रवेश और निकास प्वाइंट एक लेन का है। व्यस्त समय में सुबह को दिल्ली जाते हुए जबकि शाम को दिल्ली से आते हुए वाहनों का दबाव रहता है। प्रवेश एवं निकास प्वाइंट को एक लेन की बजाय दो लेन के होने चाहिए।
- सच्चिदानंद, एडीसीपी ट्रैफिक

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